READ MORE : VIDEO : उदयपुर जिले का यह गांव फायर कटिंग को लेकर खूब चर्चा में है, पढ़िए खबर…. विफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो रावत ने कहा कि मुझे शिक्षकों ने सिखाया है कि विफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, कहां खांमियां रह गई इन पर विचार करो, मेहनत और लगन के साथ काम करते हुए आगे बढ़े चलो, फिर देखों सफलता तु हारे पीछे भागेगी, ऊंचाइयों पर परचम लहराते चलो। रावत ने कहा कि ये बच्चे देश का भविष्य हैं। तुम्हें यह तय करना है कि हम किस दिशा की ओर बढें। इसलिए हमें याद रखना है कि हमें कठिन और सही राह चुननी है। उन्होंने कहा कि परिश्रम का कोई शॉर्टकट नहीं है। जीवन आसान नहीं है, मैं आप सभी से प्रश्न करता हूं कि आप सभी कड़ी मेहनत करते हैं, उम्मीद करते हैं कि परिणाम अच्छे होंगे, लेकिन हम असफल हो जाते हैं। लेकिन असफलता हमें दुखी नहीं कर सकती। आगे के लिए कड़ी मेहनत कर हमें सफलता प्राप्त करनी है, हारना नहीं है, सभी को याद रखना है कि परिश्रम का कोई शॉर्टकट नहीं।
मिश्र की सभ्यता और संस्कृति पर प्रस्तुतियां दी
मंच पर स्कूल के छात्राओं ने इटरनल इजिप्ट का मंचन किया। छात्राओं ने एक से बढक़र एक प्रस्तुतियां दी। मंच पर पूरा मिश्र उजागर कर रख दिया। मिश्र की सभ्यता, संस्कृति और पहनावे को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया गया। प्राचार्य ने जररल रावत, पत्नी मधुलिका राजेसिंह रावत का स्वागत किया। उन्होंने रावत के जीवन के पहलुओं पर चर्चा की। बोर्ड ऑफ गर्वनर में शामिल सदस्यों संतरामपुर महारानी मंदाकीनी, कुंवरानी निवृत्तिकुमारी उदयपुर, ले. जरनल एसपीएस ढिलन, ले.जरनल एनके सिंह, प्रो किशोर दासवानी, नंदिता सिंघल, प्रदीपकुमार गोड का स्वागत किया। स्कूल में मेधावी छात्राओं को जनरल रावत के हाथों पुरस्कृत किया गया।
मंच पर स्कूल के छात्राओं ने इटरनल इजिप्ट का मंचन किया। छात्राओं ने एक से बढक़र एक प्रस्तुतियां दी। मंच पर पूरा मिश्र उजागर कर रख दिया। मिश्र की सभ्यता, संस्कृति और पहनावे को बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया गया। प्राचार्य ने जररल रावत, पत्नी मधुलिका राजेसिंह रावत का स्वागत किया। उन्होंने रावत के जीवन के पहलुओं पर चर्चा की। बोर्ड ऑफ गर्वनर में शामिल सदस्यों संतरामपुर महारानी मंदाकीनी, कुंवरानी निवृत्तिकुमारी उदयपुर, ले. जरनल एसपीएस ढिलन, ले.जरनल एनके सिंह, प्रो किशोर दासवानी, नंदिता सिंघल, प्रदीपकुमार गोड का स्वागत किया। स्कूल में मेधावी छात्राओं को जनरल रावत के हाथों पुरस्कृत किया गया।