READ MORE : PICS: उदयपुर की कूलर फैक्ट्र्री में लगी भीषण आग, सारा सामान जलकर हुआ राख, देखें तस्वीरें चिकित्सालय में भर्ती मरीज के परिजन ने पुलिस को बताया कि उसके रोगी को रक्त की जरूरत थी। उसके परिवार में कोई ब्लड के बदले ब्लड देने वाला नहीं था। इसलिए उसने ही इन लोगों को ब्लड देने के लिए बुलाया था। तभी ब्लड बैंक में रुपए कम देने को लेकर विवाद हो गया था। पुलिस ने आरोपितों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। ड्यूटी ऑफिसर उप निरीक्षक गोपालसिंह चूण्डावत ने बताया कि आरोपितों को सोमवार सुबह अतिरिक्त जिला कलक्टर के समक्ष पेश किया जाएगा।
इधर, खून के सौदागरों के मामले में थाना प्रभारी अशोक आंजना के अवकाश पर होने के कारण पुलिस बिना किसी सलाह मशवरे के दबिश को लेकर थोड़ा एहतियात बरत रही है। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 12 जुलाई को स्टिंग ऑपरेशन में रिकॉर्डेड सच को ‘गरीब जिंदगी का सौदा, खून से कमाईÓ शीर्षक से प्रकाशित कर खामियों की ओर पुलिस और चिकित्सालय प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था।
एमबी चिकित्सालय की एफआईआर
इधर, महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय प्रशासन परिसर में अवैध धंधे में सक्रिय लोगों के खिलाफ है। उनकी ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वारदात में लिप्त लोगों के खिलाफ हाथीपोल थाने में एफआईआर कटाने की प्रक्रिया की जाएगी। दूसरी ओर पन्नाधाय महिला चिकित्सालय की जांच प्रक्रिया फिलहाल कछुआ चाल ही बनी हुई है। रिपोर्ट के आधार पर महिला चिकित्सालय की ओर से भी पुलिस कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है।
इधर, महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय प्रशासन परिसर में अवैध धंधे में सक्रिय लोगों के खिलाफ है। उनकी ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वारदात में लिप्त लोगों के खिलाफ हाथीपोल थाने में एफआईआर कटाने की प्रक्रिया की जाएगी। दूसरी ओर पन्नाधाय महिला चिकित्सालय की जांच प्रक्रिया फिलहाल कछुआ चाल ही बनी हुई है। रिपोर्ट के आधार पर महिला चिकित्सालय की ओर से भी पुलिस कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है।