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उदयपुर के महाराणा भूपाल हॉस्पिटल का मामला…खून के सौदागर गायब, हत्थे चढ़े दो अन्य

locationउदयपुरPublished: Jan 15, 2018 01:37:07 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

भर्ती मरीज के लिए ब्लड देने से पहले रुपयों का विवाद गहराया…ब्लड बैंक की सूचना पर हाथीपोल थाना पुलिस ने की कार्रवाई

उदयपुर . पीडि़त पक्ष के बयान के साथ ही कागजी कार्रवाई पूरी करने में जुटी पुलिस का खौफ ‘खून के सौदागरों में भर गया है। गत तीन दिनों सौदागरों की पूरी टोली महाराणा भूपाल और पन्नाधाय राजकीय महिला चिकित्सालय परिसर से गायब है। दूसरी ओर, राजस्थान पत्रिका की ओर से लगातार जारी प्रयासों के बीच ब्लड बैंक के प्रतिनिधियों एवं हाथीपोल थाना पुलिस ने मामले में दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित रविवार को ब्लड बैंक में रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद कर रहे थे। सूचना पर वहां सेवाएं दे रहे होमगार्ड के जवान चेतन भट्ट, गुलाबसिंह एवं दिनेश ने इन्हें घेरे में ले लिया। बाद में आरोपितों को लेकर हॉस्पिटल चौकी पहुंचे। पूछताछ के बाद हिरण मगरी सेक्टर 11 निवासी मोहम्मद फिरोज (35) पुत्र इस्माइल मोहम्मद एवं लपाका चौकी, सलूम्बर हाल गोवद्र्धनविलास निवासी पप्पू (27) पुत्र लक्ष्मण मीणा को हाथीपोल थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया।
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चिकित्सालय में भर्ती मरीज के परिजन ने पुलिस को बताया कि उसके रोगी को रक्त की जरूरत थी। उसके परिवार में कोई ब्लड के बदले ब्लड देने वाला नहीं था। इसलिए उसने ही इन लोगों को ब्लड देने के लिए बुलाया था। तभी ब्लड बैंक में रुपए कम देने को लेकर विवाद हो गया था। पुलिस ने आरोपितों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया। ड्यूटी ऑफिसर उप निरीक्षक गोपालसिंह चूण्डावत ने बताया कि आरोपितों को सोमवार सुबह अतिरिक्त जिला कलक्टर के समक्ष पेश किया जाएगा।

इधर, खून के सौदागरों के मामले में थाना प्रभारी अशोक आंजना के अवकाश पर होने के कारण पुलिस बिना किसी सलाह मशवरे के दबिश को लेकर थोड़ा एहतियात बरत रही है। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 12 जुलाई को स्टिंग ऑपरेशन में रिकॉर्डेड सच को ‘गरीब जिंदगी का सौदा, खून से कमाईÓ शीर्षक से प्रकाशित कर खामियों की ओर पुलिस और चिकित्सालय प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था।
एमबी चिकित्सालय की एफआईआर
इधर, महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय प्रशासन परिसर में अवैध धंधे में सक्रिय लोगों के खिलाफ है। उनकी ओर से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए वारदात में लिप्त लोगों के खिलाफ हाथीपोल थाने में एफआईआर कटाने की प्रक्रिया की जाएगी। दूसरी ओर पन्नाधाय महिला चिकित्सालय की जांच प्रक्रिया फिलहाल कछुआ चाल ही बनी हुई है। रिपोर्ट के आधार पर महिला चिकित्सालय की ओर से भी पुलिस कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है।
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