script‘शरद रंग उत्सव’ का समापन…दिव्यांगों के कौशल व कला प्रदर्शन ने जमाया रंग | the End of sharad rang Festival in udaipur | Patrika News

‘शरद रंग उत्सव’ का समापन…दिव्यांगों के कौशल व कला प्रदर्शन ने जमाया रंग

locationउदयपुरPublished: Oct 30, 2017 09:23:28 am

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-पकवानों से महका फेस्टिवल, आठ राज्यों के पाक शिल्पियों के बनाए लजीज व्यंजन
 

sharad rang Festival
उदयपुर . लोक कला के ग्रामीण परिसर शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित पांच दिवसीय विशेष उत्सव ‘शरद रंग’ व फूड फेस्टिवल का समापन रविवार को हुआ। इसमें एक ओर जहां आठ राज्यों के पाक शिल्पियों के बनाए लजीज व्यंजनों की महक ने अपनी छाप छोड़ी। आखिरी शाम दिव्यांग बालकों का व्हील चेयर पर हतप्रभ कर देने वाले कला कौशल और शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियों ने शरद रात को अपनी कलाओं से मानों ऊष्मित कर दिया।
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मुक्ताकाशी रंगमंच पर विशेष कला प्रस्तुति में सर्वप्रथम अन्वेषणा सोसायटी नई दिल्ली से संगीता शर्मा के नेतृत्व में आए दल ने महाभारत पर आधारित ‘अतिरथी’ का प्रभावी प्रस्तुतिकरण हुआ। दक्षिण भारत की मार्शल आर्ट लिरी पयट्टू आेडीसा का छाऊ तथा कथक जैसी शास्त्रीय कला के त्रियुग्म से सजी इस प्रस्तुति में महाभारत के युद्ध में कर्ण और अर्जुन के निर्णायक युद्ध के पाश्र्व की मन: स्थिति का चित्रण बेहद कलात्मक ढंग से किया गया।
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इसके बाद नई दिल्ली की संस्था ‘वी आर वन’ ट्रस्ट के दिव्यांग कला साधकों ने अपनी रोमांचक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाकार हसनेन की अगुवाई में कई दिव्यांगों ने ‘डिवीनिटी ऑन व्हील्स’ ‘क्लासिकल मूड ऑन व्हील्स’ और ‘न्यू इनोवटिव्ज इन आर्ट’ के अलावा ‘शिव ताण्डव’ पेश कर समां बांध दिया। इसमें हसनेन के साथ मेन्टोर गीता पुदवल, कोरियोग्राफर गुलशन कुमार तथा अन्य कलाकारों में अलका शाह, करूणा सरकार, ज्योति, मनीष वर्मा, विजय कुमार, हरबीर सिंह व अर्जुन ने अपने जानदार कला-कौशल का प्रदर्शन किया।
इससे पूर्व रविवार की छुट्टी के चलते दोपहर व शाम में बड़ी संख्या में शहरवासियों संग अनेक सैलानी शिल्पग्राम पहुंचे। जहां उन्होंने कचोरी , छोले-भटूरे, छोले-कुलछे, झुणका भाखर, मटका रोटी, लिट्टी चोखा, जलेबा, चन्द्रकला, अवधि मिष्ठान्नों के अलावा निरामिष (नॉनवेज) खाने का लुत्फ उठाया।
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