राष्ट्रभक्ति की साकार अभिव्यक्ति है स्वदेशी-पाणिग्रही
उदयपुरPublished: Jul 29, 2019 02:51:30 am
स्वदेशी जागरण मंच का एक दिवसीय विचार वर्ग
राष्ट्रभक्ति की साकार अभिव्यक्ति है स्वदेशी-पाणिग्रही
उदयपुर. स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संघर्ष वाहिनी प्रमुख आनंदा शंकर पाणिग्रही ने कहा कि स्वदेशी का भाव देशभक्ति की साकार अभिव्यक्ति है। आर्थिक आजादी का आंदोलन है स्वदेशी । पाणिग्रही रविवार को विद्या निकेतन विद्यालय सेक्टर 4 के प्रताप सभागार में स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं के एक दिवसीय विचार वर्ग को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 1991 से प्रारंभ विकसित राष्ट्रों का षड्यंत्र भूमंडलीकरण वास्तव में संसाधनों का शोषण और उपभोक्तावाद है। इसके चलते 1990 से विश्व में उपभोग बढ़ा है। 2050 तक समुद्र में पॉलीथिन की मात्रा मछलियों की संख्या से भी ज्यादा होने वाली है। यदि विश्व को बचना है तो भारतीय दर्शन के आधार पर ही बचाया जा सकता है। संपूर्ण विश्व का भला और समाधान उपभोग को कम करना है। तकनीक नई-नई आवश्यकताओं को जन्म देती है जबकि भारतीय दर्शन धर्म अर्थ काम मोक्ष के चार पुरुषार्थ ऊपर आधारित है।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता आधार केयर संस्थान के निदेशक श्री विष्णु जी सुवालका ने की। राजस्थान क्षेत्र विचार विभाग प्रमुख जय सिंह शक्तावत ने बौद्धिक राष्ट्रवाद और तकनीकी राष्ट्रवाद के साथ ही सांस्कृतिक पारिवारिक और औद्योगिक प्रदूषण के प्रति सचेत किया।
विचार वर्ग में विभाग संयोजक पुरुषोत्तम शर्मा ने आरसीईपी समझौते, महानगर संयोजक सोहनलाल शर्मा ने घुसपैठ का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, डॉक्टर निशा तवर ने सोशल मीडिया से सांस्कृतिक प्रदूषण और परिवारों पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव, हीरालाल व्यास ने स्वदेशी संकल्पित परिवार, गांधी मानव सेवा समिति के निदेशक मदन नागदा ने जलवायु परिवर्तन कमल सिंह राठौड़ ने जल संरक्षण के पारंपरिक तरीके पर विचार व्यक्त किए।