उदयपुर

आखिर वे उस महिला को क्यों ले जाना चाहते थे अपने साथ, यह राज अब भी खुल नहीं पाया !

उत्तरप्रदेश से 12 वर्ष पूर्व लापता महिला पहुंची थी उदयपुर
बेटी ने ऑनलाइन ढूंढ़ा, सपरिवार आई उदयपुर
फर्जी भाई-बहिन का राज अब तक दफन

उदयपुरMar 12, 2019 / 10:16 am

Mohammed illiyas

मोहम्मद इलियास/उदयपुर. उत्तरप्रदेश में फतहपुर क्षेत्र के घारूपुर गांव से 12 वर्ष पूर्व लापता हुई महिला परिजनों को आखिरकार यहां आशाधाम में मिली। ऑनलाइन तलाश के दौरान उसका फोटो देखकर बेटी की आंखें छलछला गई और वह एक पल गंवाए बिना सपरिवार यहां पहुंच गई। महिला परिजन को देखते ही उनके गले लग गई। संस्था ने आवश्यक कार्रवाई कर महिला को परिजनों के सुपुर्द किया। उल्लेखनीय है कि इस महिला को दो वर्ष पूर्व फर्जी भाई-बहन बनकर आए युवक-युवती ने ले जाना का प्रयास किया था। उनके बारे संस्था ने पुलिस को सूचना दी थी लेकिन वे आज तक पकड़ में नहीं आए। आशाधाम संस्था की डेनियल सिस्टर ने बताया कि सीमा देवी 3 जुलाई 2013 को सुखेर थाना पुलिस के मार्फत संस्था में आई थी। वह विमंदित होकर परिवार के बारे में बताने में असमर्थ थी। उसका काफी इलाज करवाया। वह स्वस्थ्य हो गई लेकिन परिवार के बारे में जानकारी नहीं दे पाई। संस्थान ने सीमा की पूरी जानकारी ऑनलाइन डाल रखी थी, जिसके आधार पर परिजनों ने उसे पहचान लिया। तीन दिन पूर्व परिजन गांव से यहां आए तो सीमा उन्हें देखते ही फफक पड़ी। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि 12 वर्ष पूर्व वह गांव से लापता हो गई थी। यहां तक वह कैसे पहुंची, परिजनों व महिला को किसी तरह की कोई जानकारी नहीं।
 

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पहले आए वो कौन थे
आशाधाम आश्रम में दो वर्ष पूर्व सीमा को लेने के लिए युवक-युवती उसके भाई-बहन बनकर लेने आए थे। उनके हाव-भाव व पूछताछ में संदेह पैदा हुआ तो आश्रम ने महिला को देने से मना कर दिया। आरोपी स्टॉफ धमकियां देते हुए अपशब्द कहने लगे थे। सिस्टर डेनियल का कहना है कि तब पुलिस को जानकारी दी तो आरोपी भाग निकले। संस्था में आरोपियों के फोटो मौजूद है लेकिन उनका पता नहीं चल पाया। सीमा देवी के असली परिजन आने पर संस्थान ने उन्हें आरोपियों के फोटो दिखाए तो उन्होंने भी दोनों को पहचानने से इनकार कर दिया। अब सवाल यह है कि आखिर इस महिला को पूर्व में लेने आए आरोपी कौन थे, वे उसे क्यों ले जाना चाहते थे। यह राज अब भी खुल नहीं पाया है।
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