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नाम की पीएचसी: डॉक्टर है नहीं, एएनएम कर रही उपचार

locationउदयपुरPublished: Feb 23, 2019 01:10:45 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

दस्तावेज में 4 माह पहले हुई है चिकित्सक की नियुक्ति, सुरखण्ड का खेड़ा में क्रमोन्नत सबसेंटर का मामला

udaipur

नाम की पीएचसी: डॉक्टर है नहीं, एएनएम कर रही उपचार

उदयपुर. सराड़ा उपखण्ड क्षेत्र के सुरखण्ड का खेड़ा के ग्रामीण स्वास्थ्य पर सरकारी उदासीनता भारी पड़ रही है। स्वास्थ्य सुविधा का दिखावा कर तत्कालीन सरकार ने सुरखण्ड का खेड़ा स्थित सब सेंटर को क्रमोन्नत कर पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) बनाने के आदेश दिए। आनन-फानन में चिकित्सा विभाग ने दिखावे के तौर पर एक चिकित्सक की नियुक्ति भी कर दी, लेकिन हकीकत यह है कि जोइनिंग के बाद से ग्रामीणों ने चिकित्सक का मुंह नहीं देखा है। हमेशा की तरह सब सेंटर पर केवल एएनएम ही सेवाएं दे रही है। ऐसे में सब सेंटर के क्रमोन्नत करने को लेकर लोगों में हुई खुशी अब काफुर होती दिख रही है। वहीं स्थानीय लोगों में सरकारी तंत्र की पसरी खामियों को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि पीएचसी की घोषणा के साथ ही सब सेंटर पर रंग रोगन किया गया था। इसके बाद ३१ अक्टूबर को प्रशासनिक आदेश पर चिकित्सक ने यहां जोइनिंग की थी।
5 राजस्व गांव
सुरखण्ड का खेड़ा ग्राम पंचायत में कुल 5 राजस्व गांव हैं। इसमें करीब 5 हजार लोगों की आबादी है। छोटी-मोटी बीमारी को लेकर स्थानीय लोगों को सराड़ा, सेमारी, चावण्ड, उदयपुर, डूंगरपुर, सागवाड़ा और गुजरात जाना पड़ता है। इससे शारीरिक परेशानियों के अलावा लोगों को आर्थिक नुकसान भी सहना पड़ता है। इधर, देखें तो गांव में 9 आंगनबाड़ी, 11 विद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों सहित अन्य लोगों की स्वास्थ्य जिम्मेदारी वर्तमान में एक मात्र एएनएम के भरोसे है। लोगों का आरोप है कि प्रतिनियुक्ति पर आए चिकित्सक सेमारी में निजी प्रेक्टिस करते हैं। इसलिए उनकी ओर से भी जोइनिंग को लेकर गैर जिम्मेदारी दिखाई जा रही है।
खा रहें हैं ठोकरें
लंबे इंतजार के बाद गांव को चिकित्सक मिला था। लोगों को स्वास्थ्य सुधार की उम्मीदें थीं, लेकिन विभागीय ओहदेदारों की अनदेखी से लोगों का निराशा ही हाथ लगी है।
समस्त ग्रामवासी, सुरखण्ड का खेड़ा
संतोषप्रद जवाब नहीं
पीएचसी में जोइनिंग के बाद से चिकित्सक लापता है। समस्या से जनप्रतिनिधियों में भी नाराजगी है। विभाग से कई बार संपर्क भी किया, लेकिन किसी भी स्तर पर संतोषप्रद जवाब नहीं मिला।
राधा मीणा, सरपंच, सुरखण्ड का खेड़ा
नहीं है व्यवस्था
दवाइयों को लेकर पीएचसी में कोई व्यवस्था नहीं है। एक हिसाब से क्षेत्र में चिकित्सक की आवश्यकता भी नहीं है।
डॉ. सुरेश कुमार मंडवरिया, बीसीएमओ, सराड़ा
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