उदयपुर . एक तो प्रसव पीड़ा और उस पर प्रसूता को हॉस्पिटल से मिल रहा दर्द। पन्नाधाय राजकीय जनाना हॉस्पिटल के हाल ल बे समय से एेसे बने हुए हैं। चिकित्सालय में मर मत कार्य के लिए अलग-अलग जगह बनाए गए लेबर रूम से वार्ड तक प्रसूताओं को ले जाने के लिए जिन ए बुलेंस का उपयोग किया जाता है, उसमें दो-तीन नहीं बल्कि छह से सात तक प्रसूताओं को ारकर ोजा जा रहा है। ाास बात यह है कि जिस सीट पर दो से अधिक नहीं बैठ सकते हैं, उस पर चार-चार प्रसूताओं को बिठाकर वार्ड में छोड़ा जा रहा है।
परिजनों की शिकायत पर पत्रिका टीम शुक्रवार दोपहर करीब से १.३० बजे लेबर रूम के बाहर पहुंची तो चालक इदरिस ए बुलेंस लेकर पहुंचा जिसमें एक के बाद एक छह प्रसूताओं को बिठाया गया। कुछ प्रसूताओं ने एतराज ाी जताया कि इतनी कम जगह में कैसे बैठेंगे तो यह कहकर बिठाया गया कि पास ही है, कुछ ही मिनट में पहुंच जाएंगे। बाद स ाी को वार्ड में ले जाया गया। प्रसूताओं ने बताया कि सीट छोटी थी। चालक इदरिस ने बताया कि यह गाड़ी विक्रमसिंह की है, मैं तो केवल प्रसूताओं का लाना-ले जाना करता हूं, चालक हूं। क ाी-क ाी दो या तीन ाी लाता हूं। आज ही सं या ज्यादा है।
—— अधिकतम चार बिठाने के निर्देश हैं ए बुलेंस में अधिकतम दो-दो दोनों ओर बिठाने के निर्देश हैं, फिर ाी ज्यादा बिठाया जा रहा है तो गलत है। मरीज की सुरक्षा व सुविधा जरूरी है। तत्काल व्यवस्था ठीक करेंगे।