लॉयन में टकराव का था खतरा सज्जनगढ़ बायो पार्क में अली और प्रशांत नामक नर लॉयन हैं, जबकि मादा लॉयन की कमी थी। दोनों नर लॉयन होने से हर समय टकराव का खतरा बना रहता है। ये कमी दूर करने के लिए पिलीकुला से एक मादा लॉयन लाई जाएगी। ऐसे में नर-मादा लॉयन की जोड़ी बन जाएगी।
1660 किलोमीटर दूरी
उदयपुर से कर्नाटक स्थित पिलिकुला बायोलॉजिकल पार्क की दूरी 1660 किलोमीटर है। उदयपुर से अहमदाबाद, सूरत, पुणे मार्ग होकर पिलिकुला वन्यजीवों को लाया, ले जाया जाएगा। डीएफओ टी. मोहनराज ने बताया कि अब वन्य जीवों को लाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे।