ये विचार शनिवार को राजस्थान विद्यापीठ के संघटक उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क महाविद्यालय के सभागार में आयोजित पुलिस चाईल्ड लाईन एवं सम्बन्धित विभाग व स्वयं सेवी संस्थाओं की समन्वयक बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक माधुरी वर्मा ने कही। उन्होने आम जन से आग्रह किया कि जब भी कोई बाल श्रम या भिक्षा वृत्ति में लिप्त कोई बच्चा दिखे तो महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार की टोल फ्री नम्बर 1098 पर अवश्य ही इसकी जानकारी दें क्योंकि आम जन की जागरूकता के बिना इसे रोका जाना असंभव है।
बने रणनीति
उन्होने कहा कि स्वयंसेवी संस्था एवं बालश्रम उन्मूलन के कार्यकर्ताओं की साझा रणनीति के तहत एक टीम बनाई जाए और वो निरंतर शहर के अलग अलग क्षेत्रों में जा बाल श्रम कराने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करेंगे तभी इस पर अंकुश लगाया जा सकता है। प्रारंभ में प्राचार्य प्रो. एस. के. मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत हुए बैठक की विस्तृत जानकारी देत हुए कहा कि आज पुरे देश में बाल श्रम में निरंतर वृद्वि होती जा रही है जिसे समय रहते रोका जाना चाहिए नहीं आने वाले पीढी हमें कतई माफ नहीं करेगी।
इनकी रही भागीदारी
बैठक में बाल कल्याण समिति सदस्य डॉ. राजकुमारी भार्गव, हरीश पालीवाल, श्रम विभाग के इस्तीायाक मोहम्मद, मानव तस्करी निरोधक विभागके हैड कास्टेबल प्रेम सिंह, भानुप्रताप सिंह, राजेश कुमार, युनिसेफ बिनु सिंदु जित, चाईल्ड लाईन जिला समन्वयक नवनीत औदिच्य, गायत्री सेवा संस्थान के डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या, स्वतंत्रता सेनानी संस्थान के निलिमा बारणा, प्रियंका पालसिंह, नारी उत्थान संस्थान के नसीम बानो, आसरा विकास संस्थान के भोजन राज सिंह, नारायण सेवा संस्थान के दिनेश कुमार, फोस्टर केयर इंडिया के सीमा सुखवानी, कुसुम, डॉ. लाला राम जाट, डॉ. नवल सिंह राजपुत सहित संस्थाओं के कार्यकर्ता मौजूद थे। संचालन चाईल्ड लाईन निदेशक डॉ. अवनीश नागर ने किया।