सराड़ा ब्लॉक के परसाद गांव में राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय के पुराने भवन में करीब एक माह से निष्ठा (नेशनल इनिशिएटिव फोर स्कूल हैड्स एंड टीचर्स होलिस्टिक एडवांसमेंट) शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी है। 5 नवम्बर से शुरू हुए इस प्रशिक्षण में 5-5 दिन के कुल 6 चरण हैं। शिविर प्रभारी सुरेन्द्र सिंह शक्तावत ने बताया कि सराड़ा ब्लॉक में 6 चरणों में करीब 888 शिक्षक नवाचारों को सीखने के लिए गैर आवासीय शिविर में हिस्सा ले रहे हैं। वर्तमान में तीसरे चरण का प्रशिक्षण चल रहा है जिसमें 147 सम्भागी प्रशिक्षण का लाभ ले रहे हैं।
व्यवस्थापक करणसिंह राणावत ने बताया कि जिन शिक्षकों ने तय समय पर प्रशिक्षण नहीं लिया गया तो विभाग की ओर से देय समस्त परिलाभों से वंचित होना पड़ सकता है। साथ ही प्रशिक्षण पूर्व एवं उपरान्त ऑनलाइन टेस्ट देना भी अनिवार्य किया गया है।
यह दे रहे प्रशिक्षण
मुख्य संदर्भ व्यक्ति प्रेमशंकर चौबीसा, कन्हैयालाल मीणा, कमलसिंह शक्तावत, उत्तम विजयवर्गीय, अनिल आमेटा अध्यापकों को विद्यार्थी केन्द्रित शिक्षण, स्वस्थ विद्यालय बनाने के लिए व्यक्तिगत-सामाजिक योग्यता विकसित करना, कला समेकित शिक्षा, शिक्षण अधिगम और आकलन में आईसीटी का समाकलन, विद्यालय शिक्षा में नई पहल आदि का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
यह है प्रशिक्षण कार्यक्रम
5 नवम्बर से 9 नवम्बर तक पहला चरण
13 नवम्बर से 17 नवम्बर तक दूसरा चरण
19 नवम्बर से 23 नवम्बर तक तीसरा चरण
26 नवम्बर से 30 नवम्बर तक चौथा चरण
2 दिसम्बर से 6 दिसम्बर तक पांचवा चरण
9 दिसम्बर से 13 दिसम्बर तक अन्तिम व छठा चरण
….. सम्पूर्ण भारत में एक साथ लगभग 42 लाख शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो वर्ष 2022 की शिक्षा नीति के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह प्रशिक्षण गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ है।
– सुरेन्द्र सिंह शक्तावत, शिविर प्रभारी