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उदयपुर

अब आईआईटी व पीएमटी करने वालों के लिए आई ये खुशखबर, मिलेगा ये लाभ

टीआरआई जनजाति विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ

उदयपुरOct 24, 2017 / 03:45 pm

madhulika singh

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उदयपुर . ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट (टीआरआई) की ओर से जनजाति विद्यार्थियों को आईआईटी, पीएमटी और आईपीएमटी की तैयारी करने के लिए 55 हजार रुपए तक की फैलोशिप दी जाएगी। विभाग का मानना है कि इस फैलोशिप योजना से जनजाति विद्यार्थी तकनीकी और मेडिकल संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। फैलोशिप योजना के तहत जनजाति विद्यार्थियों को 5 हजार रुपए की अतिरिक्त राशि स्टेशनरी आदि खरीदने के लिए दी जाएगी। आईआईटी, पीएमटी और आईपीएमटी की कोचिंग में 80 प्रतिशत से अधिक उपस्थित वाले विद्यार्थियों को आवास आदि खर्चे के लिए भी दस हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। टीआरआई ने उच्च संस्थानों में प्रवेश की कोचिंग के लिए एक शैक्षणिक संस्था के साथ करार किया है।

यह है वर्तमान स्थिति
आदिवासी बहुल उदयपुर संभाग में उच्च शिक्षा में जनजाति विद्यार्थियों का नामांकन प्रतिशत जयपुर , अजमेर , कोटा आदि संभागों की तुलना में काफी कम है। ग्रामीण क्षेत्र में संसाधनों की कमी और उचित मार्गदर्शन के अभाव में बड़ी संख्या में विद्यार्थी स्कूल शिक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं। आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों की प्रवेश परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्रों से काफी कम विद्यार्थी भाग लेते हैं।
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ब्लॉक स्तर पर है सुविधाओं का अभाव
जनजाति विभाग की ओर से स्कूल स्तर पर शिक्षा में सुधार के लिए आवासीय, आश्रम और बहुउदेशीय छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है। कोटड़ा, झाड़ोल, फलासिया, गोगुंदा, खेरवाड़ा में संचालित महाविद्यालयों में सीटें सीमित हैं और आधुनिक सुविधाओं का अभाव है। सर्वाधिक दयनीय स्थिति बालिका शिक्षा की है। उच्च शिक्षा में आदिवासी बहुल क्षेत्रों की बालिकाओं को नामांकन प्रतिशत करीब 10 प्रतिशत ही है, जो चिंताजनक है।

आईआईटी, आईपीएमटी और पीएमटी की कोचिंग के लिए विभाग ने फैलोशिप योजना लागू की है जिससे जनजाति विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। कोचिंग और उचित मार्गदर्शन मिलने पर जनजाति विद्यार्थी मेडिकल और तकनीकी संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे।
दिनेश जैन, टीआरआई निदेशक उदयपुर
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