14 करोड़ की पार्किंग के ऐसे हाल, देखते ही आपको भी आ जाए गुस्सा
उदयपुरPublished: Aug 17, 2022 10:08:53 pm
14 करोड़ की पार्किंग के ऐसे हाल, देखते ही आपको भी आ जाए गुस्सा
मोहम्मद इलियास/उदयपुर
टाउनहॉल हाथीपार्क पर नगर निगम की ओर से जनता की गाढ़ी कमाई के 14 करोड़ रुपए खर्चकर बनवाई गई पार्किंग घटिया निर्माण सामग्री की भेंट चढ़ गई। महज 4 साल में पार्किंग की दीवारों व छतों से केमिकलयुक्त पानी गिर रहा है तो जमीन में पानी के पड़वे फूट रहे है। हालत ऐसे है कि अभी वहां 15 गाडिय़ां पानी में डूबी पड़ी है और 24 घंटे मोटर चलाकर बेसमेंट में पानी को बाहर निकाला जा रहा है। बारिश के बीच लगातार बार-बार भर रहे पानी के कारण बड़े हादसे की आशंका है। सोमवार को महापौर गोविंद सिंह टांक, आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ ने भी पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया।
गत 2 अप्रेल 2017 को इस पार्किंग का तत्कालीन महापौर रजनी डांगी के समय का लोकार्पण किया गया था। सरकार की अधिकृत कंपनी रीड कोर ने इसका निर्माण किया था जिस पर 14 करोड़ की लागत आई थी। राजस्थान पत्रिका ने जर्जर हालत की इस पार्किंग को लेकर कई खबरें प्रकाशित कर निगम अधिकारियों को आगाह करवाया लेकिन किसी ने अब तक सुध नहीं ली। अभी पार्किंग के हालत ऐसे है कि वहां छत से लगातार पानी टपक रहा है। छत पूरी से फट चुकी है, अभी केमिकलयुक्त पानी गाडिय़ों पर गिरने से गाडिय़ों का कलर व कांच खराब हो रहे है।
अधिकांश ले जा चुके गाडिय़ां, बची गाडिय़ों पर गिर रहा पानी
बेसमेंट में करीब 90 गाडिय़ों की पार्किंग होने पर ठेकेदार ने अधिकांश लोगों को सूचना दे दी। कई लोग गाडिय़ां ले जा चुके है लेकिन अभी भी करीब 15 गाडिय़ां डेढ़ से दो फीट पानी में डूबी पड़ी है। ठेकेदार का कहना है कि यह सभी लोग बाहर होने से अब तक नहीं आए। बेसमेंट में अंधेरे में पानी के बीच करंट की आशंका के चलते कोई नीचे नहीं जा रहा है। इधर, ठेकेदार द्वारा नगर निगम अधिकारियों को कई बार फोटो सहित पार्किंग के बारे में अवगत करवाते हुए पत्र लिखे। पत्र में बताया कि छत, दीवार से लेकर हर जगह से पानी आ रहा है। लगातार पानी गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
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पार्किंग बनी तब से हो रहा नुकसान
– बारिश में पार्किंग जिन पीलर पर खड़ी वहां से अभी पानी टपक रहा, खामी को छिपाने के लिए संबंधित फर्म ने बेसमेंट की छत व पीलर पर जुगाड़ के रूप में लोहे की चद्दर की नाली बना दी जिसमें पानी नाली से जमीन पर आ रहा है। छत पर केमिकल डाला गया, जो लगातार पानी के साथ टपक रहा है। अंधेरे के कारण कोई नीचे नहीं जा रहा।
– बेसमेंट में जमीन पर कई जगह पानी के पड़वे फूट रहे है, वहां पर जुगाड़ की रूप में नाली से पानी कोने में बहकर जा रहा है जहां 24 घंटे मोटर चलाकर उसके बाहर निकाला जा रहा।
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कमाई भी कुछ खास नहीं
पार्किंग स्थल पर 200 से 250 गाड़ी हो सकती है पार्क
अब तक इतने में गए ठेके
2017-18 – 10 लाख 73 हजार 667
2019-20- 4 लाख 87 हजार 777
2020-21- 5 लाख 36 हजार 555
2021-22- 21 लाख 50 हजार
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निरीक्षण के दौरान पानी भरा हुआ था। अंधेरे होने के कारण अंदर जा नहीं पाए। अभी पंप सेट से एक बार पानी को बाहर निकलवाया जा रहा है। शीघ्र ही इस पार्किंग को लेकर बैठक में निर्णय लेंगे।
गोविंद सिंह टांक, महापौर
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