इतना ही नहीं बालिकाओं ने भी अपने मन की बात जिला कलक्टर के समक्ष रखी। मोरड़़(मावली) से आई बालिका ने विद्यालय जाने के लिए बस या अन्य कोई परिवहन की सुविधा न होने, बामनी खुर्द की सानिया ने गांव में 8वीं तक के स्कूल को 10 वीं तक का करने, वासनी कला की पल्लवी ने विद्यालयों में कक्षा-कक्षों की कमी को पूरा करने व खेल मैदान की सुविधा उपलब्ध कराने तथा चंगेड़ी की वैशाली ने विद्यालय के ठीक सामने संचालित मदिरा की दुकान की समस्या रखी। जिला कलक्टर ने सभी की बात को ध्यान से सुना और समस्याओं के यथाशीघ्र हल निकालने का भरोसा दिलाया। साथ ही बालिकाओं के जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम सुझाव पत्र भी सौंपा जिसमें बाल विवाह रोकने में सहयोगी बालिकाओं को संरक्षण, शिक्षा, छात्रावास रोजगार आदि के साथ ही महिला सशक्तीकरण के लिए सरकार के सहयोग की अपेक्षा की गई है।
READ MORE: अमित शाह के बेटे की कंपनी में हुई 16000 गुना बढ़ोतरी पर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, कही ये बड़ी बात, देखें वीडियो जिला कलक्टर ने इस अवसर पर सरकार के ’’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान को बालिका व महिला अधिकारो के संरक्षण की दिशा में सशक्त माध्यम बताते हुए सभी को एकजुट होकर महिला सशक्तीकरण के प्रयास करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि बेटियों को समानता के स्तर पर लाने के लिए अब समाज में बेहतर अधिकार व सुविधाएं देने की जरूरत है। उन्होंने माता-पिता व सामाजिक स्तर पर चेतना लाई जाकर बालिका शिक्षा, संरक्षण के साथ ही भ्रूण हत्या, दहेज, उत्पीड़न पर प्रभावी रोकथाम के प्रयासों पर बल दिया।
कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी एवं हिन्द इलेक्ट्रीकल्स के सहयोग से ’’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ के स्टीकर्स, केरी बेग्ज प्रदान करते हुए पॉलिथिन मुक्ति अभियान से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण के सार्थक प्रयासों की जरूरत बताई। कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के गजेन्द्र भंसाली, हिन्द इलेक्ट्रीकल के नक्षत्र तलेसरा, विकल्प संस्थान की सचिव उषा चौधरी एवं योगेश वैष्णव ने भी संबोधित किया।