READ MORE : जनता से किए वादे पूरे करने के बयानों पर घिरे राजस्थान के गृहमंत्री, कांग्रेस ने लिया आड़़ेे हाथ्ााेें घायलावस्था में वृद्धा को लेेकर भटके, मौत
फलासिया. पानरवा थाना क्षेत्र के मानपुर में पैदल खेत जा रही वृद्धा को पीछे से आ रही बाइक ने टक्कर मार दी। गंभीर घायल को परिजन आदर्श पीएचसी पानरवा ले गए, जहां चिकित्सक नहीं होने से गुजरात रवाना हो गए किंतु रास्ते में ही वृद्धा ने दम तोड़ दिया। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने शव साठ किलोमीटर दूर झाड़ोल मुर्दाघर पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। परिजनों की नामजद रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पानरवा थानाधिकारी मान सिंह ने बताया कि मानपुर निवासी नानी बाई (55) पत्नी पन्नालाल पटेल रविवार देर शाम पैतृक घर से खेत पर बने घर की ओर पैदल जा रही थी । पानरवा-ओगणा मार्ग पर शीतला माता मंदिर के पास पीछे से तेज गति से आ रही बाइक ने वृद्धा को टक्कर मार दी, जिससे वह सडक़ पर गिर पड़ी। उसके सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। वृद्धा के चिल्लाने पर आसपास के ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंचे किंतु तब तक बाइक चालक फरार हो गया। परिजनों ने तुरंत निजी वाहन से उसे पानरवा अस्पताल पहुंचाया, किंतु वहां चिकित्सक नहीं होने से परिजन उसे लेकर ईडर रवाना हो गए।
फलासिया. पानरवा थाना क्षेत्र के मानपुर में पैदल खेत जा रही वृद्धा को पीछे से आ रही बाइक ने टक्कर मार दी। गंभीर घायल को परिजन आदर्श पीएचसी पानरवा ले गए, जहां चिकित्सक नहीं होने से गुजरात रवाना हो गए किंतु रास्ते में ही वृद्धा ने दम तोड़ दिया। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस ने शव साठ किलोमीटर दूर झाड़ोल मुर्दाघर पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। परिजनों की नामजद रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पानरवा थानाधिकारी मान सिंह ने बताया कि मानपुर निवासी नानी बाई (55) पत्नी पन्नालाल पटेल रविवार देर शाम पैतृक घर से खेत पर बने घर की ओर पैदल जा रही थी । पानरवा-ओगणा मार्ग पर शीतला माता मंदिर के पास पीछे से तेज गति से आ रही बाइक ने वृद्धा को टक्कर मार दी, जिससे वह सडक़ पर गिर पड़ी। उसके सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें आईं। वृद्धा के चिल्लाने पर आसपास के ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंचे किंतु तब तक बाइक चालक फरार हो गया। परिजनों ने तुरंत निजी वाहन से उसे पानरवा अस्पताल पहुंचाया, किंतु वहां चिकित्सक नहीं होने से परिजन उसे लेकर ईडर रवाना हो गए।