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प्रधानमंत्री शास्त्रीजी तोलने सोने की डलिया ही नहीं, जेवर भी थे खूब सारे

locationउदयपुरPublished: Sep 17, 2021 07:18:26 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

प्रधानमंत्री शास्त्रीजी तोलने सोने की डलिया ही नहीं, जेवर भी थे खूब सारे

प्रधानमंत्री शास्त्रीजी तोलने सोने की डलिया ही नहीं, जेवर भी थे खूब सारे

प्रधानमंत्री शास्त्रीजी तोलने सोने की डलिया ही नहीं, जेवर भी थे खूब सारे

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को सोने से तोलने के लिए जिला कोष कार्यालय में जमा 64 .600 किलो सोना मिलने के बाद सीजीएसटी की टीम मंगलवार अलसुबह उसे भारी सुरक्षा लवाजमे के साथ जयपुर मुख्यालय लेकर रवाना हो गई। सोने में तीन किलो की सबसे बड़ी डली से लेकर भारी मात्रा में ज्वैलरी भी शामिल थी। सोने की सुपुदर्गी की यह कार्रवाई रात 2 बजे तक चली।
छोटीसादड़ी के गोमाना निवासी गणपतलाल आंजना की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री शास्त्री को तोलने के लिए वर्ष 1965 में उनके वजन के बराबर 67.800 किलो तत्कालीन चित्तौडगढ़़ कलक्टर को जमा करवाकर स्वर्ण ब्रांड रसीद प्राप्त की थी। तोलने से पहले संयोग से शास्त्री की ताशकंद मेंं मृत्यु हो गई और यह सोना सरकार के पास ही रहा। विभिन्न न्यायालय में प्रकरण के बावजूद वारिसों को सोना नहीं देते हुए न्यायालय ने सहायक आयुक्त (सीजीएसटी चित्तौडगढ़़) को सुपुदर्गी के आदेश दिए थे। जिला एवं सत्र न्यायालय की मालखाना इंजार्च ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शुक्रवार रात को सीजीएसटी अधिकारियों के 64.600 किलो सोना सुपुर्द किया। बचा 3.200 किलो सोना मिस मैच के कारण रोक दिया गया।

सोना पहले विभाग ले गए फिर जयपुर मुख्यालय गए
सोने की सुपुर्दगी की कार्रवाई में रात 2 बजने पर सीजीएसटी अधिकारियों ने उसे अंधेरे में जयपुर ले जाने में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई। जिला कोष कार्यालय से वे सीधी गाडिय़ों को भारी सुरक्षा के बीच उदयपुर सीजीएसटी कार्यालय ले गए। वहां अलसुबह 6.30 बजे भी अधिकारियों की एस्कोर्ट के साथ सोने को जयपुर मुख्यालय ले जाया गया। करीब 32 करोड़ की कीमत के इस सोने की विभाग ने तुलाई, नम्बरिंग मैच, फोटो, वीडियोग्राफी व फर्द सुपुर्दगी की कार्रवाई के साथ ही वीडियो व फोटोग्राफी भी करवाई।

सबसे बड़ी सोने की डली 3.329 किलो की तो छोटी 29 ग्राम की
शास्त्रीजी को तोलने के लिए सोने की डलियों के साथ ही काफी मात्रा में ज्वैलरी भी थी। सीजीएसटी विभाग को जिला न्यायालय की मालखाना इंचार्ज अक्षी बंसल ने 44 सोने की डली व 26 सोने से बने जेवर सुपुर्द किए। सबसे बड़ी डली 3.329 किलोग्राम (जी-4461) की थी तो सबसे छोटी 29 ग्राम की थी। इसके अलावा सोने के जेवर में कान की बालियां, नेकलेस, मणिया, चूड़ी व बाजूबंद शामिल है। मालखाना इंचार्ज ने कोष कार्यालय में रखे हुए 67.800 किलो सोने में से 3.263 किलोग्राम की डली मिस मेच होने पर रोक दी।
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