महज 8वीं व 10वीं पास आरोपी अंग्रेजी भाषाओं के जानकार नहीं होने के बावजूद फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं। वे कम्प्यूटर स्क्रीन पर स्क्रीप्ट खोलकर धड़ल्ले से ठगी कर रहे हैं। युवा ने बताया कि अब तक कइयों ने संचालक को 10-10 हजार डॉलर कमा कर दिया है। कुछ ठगी के प्रयास में सफल नहीं हो पाने से प्रतिदिन डांट खाते हैं। कई तो ऐसे हैं जो दो-पांच दिन पहले ही यहां आए। जो युवा छह माह से जो काम रहे हैं, उनमें से कुछ ने बताया कि उन्हें कुछ समय के बाद ही इस गैर कानूनी काम का पता चल गया था लेकिन गरीबी व लगातार नए साथियों के आने से वे इससे बाहर नहीं निकल पाए।
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अमरीकियों की तरह ही इनके नाम
झांसा देने के लिए युवाओं ने अमरीकियों की तरह स्टीव, डेविड, विल्सन, एलेक्सन, स्टीफन, विक्टर, मैक्स, जॉन, डेनियल, एडवर्ड, केल्विन, जैनी, जार्डन, एंथोनी, फरेरा, विलियम, यूविस, एंथनी, मिलर, मार्क स्मिथ, रिक्की, बैंजामिन, बॉब, डेनियल, माइक व जॉनसन आदि नाम रख रखे थे। — चुका रहे थे एक लाख रुपए किराया भूपालपुरा व प्रतापनगर थाना पुलिस ने पिछले चार माह में यह तीसरा बड़ा कॉल सेन्टर पकड़ा है। पूर्व में दो सेंटर पकड़े जाने के बावजूद संचालक बेखौफ थे। संचालक सेंटर के किराये के रूप में एक लाख रुपए प्रतिमाह चुका रहा था।