एक ऐसा आरोपी जिसने लोगों ने दिखाए अमीरी के ख्वाब और खुद बना ली 800 बीघा जमीन
उदयपुरPublished: Jan 19, 2020 02:37:03 pm
एक ऐसा आरोपी जिसने लोगों ने दिखाए अमीरी के ख्वाब और खुद बना ली 800 बीघा जमीन
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मोहम्मद इलियास/उदयपुर
आरडी व एफडी के नाम पर लोगों से करोड़ों की ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपी रवीन्द्र सिंह सिद्धू व उसके पार्टनर की ओर से 10 राज्यों में 1000 करोड़ की ठगी के साथ ही पंजाब, मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में करीब 800 बीघा जमीन का खुलासा हुआ है। भूपालपुरा थाने में रिमांड पर चल रहे आरोपी को प्रोडक्शन वारंट से गिरफ्तारी के लिए बाहरी राज्यों की पुलिस उसके न्यायिक अभिरक्षा में जाने का इंतजार कर रही है।मूलत: अमृतसर हाल पितापुरा, नई दिल्ली निवासी रवीन्द्र सिंह पुत्र अवतारसिंह सिद्धू को भूपालपुरा थाना पुलिस ने पातुखेड़ा गिर्वा निवासी नाथूलाल पुत्र गोता पटेल से धोखाधड़ी के आरोप में कोटा जेल से प्रोडक्शन वारंट से गिरफ्तार किया था। आरोपी के विरुद्ध दस अलग-अलग राज्यों में करोड़ों की धोखाधड़ी के प्रकरण दर्ज है।
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नोटबंदी के बाद बैठा बट्टा
आरोपी रवीन्द्र सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि आरोनी ने अपने पार्टनर के साथ वर्ष 2005 में किम इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डवलपर्स लिमिटेड नाम से कंपनी खोलकर उसका दिल्ली में रजिस्ट्रेशन करवाया। कंपनी का मुख्य कार्य जमीन खरीदना, बेचना, विकास करना, फ्लेट बनाना था। कंपनी ने अपना पहला कार्यालय अमृतसर में खोलकर रियल स्टेट का काम शुरू किया। कंपनी के साथ कई ग्राहक जुड़े, ग्राहकों ने भूखंड, फ्लेट व मकान के बदले एक मुश्त या किश्तों में राशि दी। कुछ की अवधि पूरी होने पर उन्होंने जमीन नहीं लेने वालों को चेक से भुगतान किया। इस बीच कंपनी ने दिल्ली, ग्वालियर, रायपुर, अहमदाबाद, अम्बाला, उदयपुर आदि जगह कई कार्यालय खोले। उदयपुर में भी इन्द्रप्रस्थ कॉम्पलेक्स में वर्ष 2009-10 में कार्यालय खोलकर कई लोगों को नौकरी पर लगाया। कई लोगों के आरडी, एफडी में पैसा जमा किया। वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद कंपनी का कार्य ठप हो गया।
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पहला मुकदमा दर्ज हुआ रायपुर में
कंपनी के घाटे में जाने के बाद छत्तीसगढ़ के रायपुर में वर्ष 2018 में पहला मुकदमा दर्ज हुआ। रायपुर पुलिस ने सिद्धू को गिरफ्तार कर अमृतसर व दिल्ली कार्यालय में कंपनी की ओर से खरीद के दस्तावेज सीज किए। पुलिस ने बताया कि कंपनी की पंजाब, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में करीब 800 बीघा जमीन है तथा अमदाबाद, दिल्ली, अमृतसर, गुरुदासपुर, पठानकोट, होशियापुर में कार्यालय है।