स्मार्ट सिटी प्रबंधन की यह गलती आरएनटी मेडिकल कॉलेज को डाल सकती है संकट में
उदयपुरPublished: Jan 29, 2020 12:09:53 pm
स्मार्ट सिटी प्रबंधन की यह गलती आरएनटी मेडिकल कॉलेज का डाल सकती है संकट में
स्मार्ट सिटी प्रबंधन की यह गलती आरएनटी मेडिकल कॉलेज का डाल सकती है संकट में
मोहम्मद इलियास/उदयपुर
पहले सडक़ निर्माण में जमीन ली, अब पार्किंग के लिए आरएनटी मेडिकल कॉलेज के मैदान लेकर प्रशासन यहां की आबोहवो को ही खतरा पैदा करना चाह रहा है। इस पूरे परिसर में अब तक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के साठ फीसदी निर्माण के नियमों से ज्यादा कार्य हो चुका है। अब अगर वहां अंडर ग्राउंड पार्किंग बनती है तो कॉलेज की मान्यता को संकट होने के साथ ही मरीजों व छात्रों को भी नुकसान होगा। इसके अलावा अतिव्यस्तम मार्ग पर सडक़ से करीब १२ से १५ फीट नीचे पार्किंग का यहां कोई औचित्य नहीं है। यहां ऊपरी तल पर बने टाउनहॉल व देहलीगेट पर भी लोग वाहन पार्क नहीं कर रहे।यह कहना है कि आरएनटी मेडिकल कॉलेज के उन छात्रों का, जो प्रशासन को अपनी अंडरग्राउंड पार्किंग के निर्माण की तकनीक खामियां बताकर मैदान को बचाने में लगे हैं। मेडिकल छात्र व रेजिडेंट का कहना कि पूरे अस्पताल व कॉलेज परिसर में अब तक ६५ फीसदी से ज्यादा निर्माण कार्य हो चुका है, जो एमसीआई के नियमों से ज्यादा है। पूरे परिसर में सिर्फ यह मैदान ही है, जहां सभी के घूमने फिरने की जगह है। यहां बनने वाली अंडरग्राउंड पार्किंग पूरे कॉलेज में न्यूसेंस पैदा कर देगी।– ये पार्किंग भी तो है यहां नई क्यूं- एमबी चिकित्सालय परिसर में हाथीपोल गेट वाले छोर पर करीब ३०० दुपहिया व २०० चार पहिया वाहनों की पार्किंग निर्माणाधीन- इसी परिसर में नए बने सुपर स्पेशलियटी व अन्य तीन भवनों में भी अंडर ग्राउंड पार्किंग बनाई गई, जहां करीब सात से आठ सौ वाहन एक साथ पार्क हो सकते है।- देहलीगेट पर हाल ही में करोड़ों खर्च कर बनाया गया पार्किंग स्थल अतिक्रमण की भेंट चढ़ा हुआ है। इसे बनाने के लिए प्रशासन ने यहां बने तैयाबिया स्कूल की हेरिटेज बिल्ंिडग तक को दबा दिया।- टाउनहॉल में भी करोड़ों खर्च कर बापू बाजार व सूरजपोल के व्यापारियों व आमजन के लिए पार्किंग स्थल बनाया गया, लेकिन आज भी वहां आधे से ज्यादा वाहन सडक़ों पर ही पार्क हो रहे हैं।
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कॉलेज में छात्रों के लिए सिर्फ यही ग्राउंड है, जहां छात्र घूमते हैं। इसी ग्राउंड से कॉलेज का लुक व पहचान भी है। इन ग्राउंड में काफी पेड़ लगे जो पार्किंग के निर्माण के साथ ही खत्म हो जाएंगे। छात्रहितों के लिए यहां पार्किंग नहीं बनाई जानी चाहिए।डॉ. जगदीश चौधरी-पूर्व में भी सडक़ निर्माण के लिए काफी जमीन दी थी। अस्पताल के सामने चौड़ी हुई जमीन पर अतिक्रमण किया हुआ है तो देहलीगेट के कॉर्नर पर वहां टेम्पो स्टैंड बन गया। अब अंडरग्राउंड पार्किंग बनने पर कॉलेज की मान्यता भी संकट में आएगी तथा मरीजों के लिए भी खतरा है।डॉ.राजवीर सिंह
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पूरे अस्पताल परिसर में तीन से चार बड़े पार्किंग स्थल बनाए गए है। यहां किसी तभी तरह से परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए। हाल में न्यायालय में भी गुलाबबाग उद्यान में भी बन रहे पार्किंग के निर्माण पर रोक लगाई है। यहां पर पार्किंग बनने पर कॉलेज की मान्यता को भी संकट पैदा होगा।
अशोक सिंघवी, अधिवक्ता