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ऐसी कैसे हो सकती है पुलिस, रेप के बाद भी टरका दिया पीडि़ता को, हालत बिगड़ी तो दौड़े सभी

locationउदयपुरPublished: Mar 17, 2020 01:28:57 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

ऐसी कैसे हो सकती है पुलिस, रेप के बाद भी टरका दिया पीडि़ता को, हालत बिगड़ी तो दौड़े सभी

rape case

जानकारी के बाद परिजनों के साथ ही ग्रामीणों में भी इस वहशी चाचा को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है

मोहम्मद इलियास/उदयपुर.
सायरा थानाक्षेत्र के पाबा गांव में एक नाबालिग को बंधक बनाकर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में चार दिन पहले संबंधित थाने में रिपोर्ट देने के बावजूद पुलिस ने मामला तो छोड़ो पीडि़ता का मेडिकल तक नहीं करवाया। सोमवार को उसकी हालत बिगडऩे परिजन उसे गोगुन्दा चिकित्सालय ले गए जहां तहरीर के अभाव में चिकत्सक ने भी एक बार इलाज नहीं किया और बाद में हालत ज्यादा बिगडऩे पर एक इंजेक्शन लगाकर उसे एमबी चिकित्सालय रेफर कर दिया। देर रात उपाधीक्षक व थानाधिकारी ने पीडि़ता के बयान लिए। पीडि़ता ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि वह अपनी बहन के साथ 9मार्च को होली के दिन खरीदारी करने सायरा गई थी। रात में वापस आते समय बरावली गांव में मेर का खेत निवासी किरण पुत्र प्रकाश व उसका भतीजा कैलाश पुत्र हुसा गरासिया ने उन्हें रोक लिया। बहन को डरा धमका कर भगा दिया और आरोपी उसे जबरन उन्हें अपने घर ले गए। वहां पर तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान कैलाश ने उसके साथ बलात्कार किया। 12मार्च को आरोपी पीडि़ता को उसके घर से थोड़ी दूरी पर छोड़ भागे। पीडि़ता के घर पहुंचने पर पीडि़ता की हालत देख परिजन उसकी दिन उसे सायरा थाने लेकर पहुंचे। परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दी लेकिन पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने न तो पीडि़ता का मेडिकल करवाया न हीं मामले में कोई कार्रवाई की।

चार दिन तक पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
– 12 मार्च को परिजन थाने पहुंचे, पुलिस ने सिर्फ रिपोर्ट ली, मेडिकल भी नहीं करवाया।
– 13 मार्च को फिर थाने पहुंचे, पुलिस ने फिर टरका दिया।
– पुलिस कार्रवाई के इंतजार में परिजनों ने तीन दिन तक पीडि़ता को घर पर ही रखा। हालत ज्यादा बिगडऩे पर फिर से सोमवार को वे थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने फिर आरोपियों को ढूंढऩा बताकर फिर टरका दिया तो वे इस बार उसे गोगुन्दा चिकित्सालय ले गए।
– गोगुन्दा चिकित्सालय में भी बिना तहरीर एक बार चिकित्सकों ने भी इलाज नहीं किया। थाने पर सूचना दी फिर उसे उदयपुर रेफर कर दिया।

पीडि़ता के बारे में सूचना मिली, उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवा दिया। पीडि़ता के बयानों के बाद देर रात आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम को भेजा है।
प्रेम धणदे, उपाधीक्षक गिर्वा

मैं छुट्टी पर था। सोमवार को चिकित्साधिकारी का फोन आने पर पता चला। पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
शंकरलाल राव,सायरा थानाधिकारी

इलाज के लिए पिडि़ता चिकित्सालय आई थी। स्थिती को देखते हुए सायरा थाना पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने परिजनों को पुन: सायरा थाने भेजने व तहरीर देने की बात कहीं। पीडि़ता का उपचार कर उसे उदयपुर रेफर किया है।
डॉ ओ.पी. रायपुरीया ब्लॉक चिकित्साधिकारी गोगुंदा
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