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वे कोसो दूर पैदल चलकर बॉर्डर पर पहुंचे, यहां मिला अपनापन, पलभर में उतर गई थकान

locationउदयपुरPublished: Jun 22, 2020 11:29:15 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

वे कोसो दूर पैदल चलकर बॉर्डर पर पहुंचे, यहां मिला अपनापन, पलभर में उतर गई थकान

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मोहम्मद इलियास/उदयपुर
कोरोना काल में लॉकडाउन के बाद इधर-उधर अटके लोग व कोसों दूर से पैदल चलकर उदयपुर सीमा में पहुंचे श्रमिकों ने सकुशल घर पहुंचने के बाद कॉल कर आभार जताते हुए जो दुआएं दी उसी से हमारी थकान उतर गई। सबसे बड़ा चुनौती भरा टास्क तो ट्रेनों तक समय पर लोगों को पहुंचाने का रहा। अंतिम समय में सूचना पर भी रात-रात भर गाडिय़ां दौडकऱ लोगों को रेलवे स्टेशन पहुंचाया।यह कहना है परिवहन विभाग की उस टीम का, जो प्रशासन के एक आदेश पर गाडिय़ों की व्यवस्था करवाकर श्रमिकों व लोगों को जिले की सीमा व राज्य के बाहर पहुंचाने तथा रेलवे स्टेशन तक लाने के काम में जुटी थी। इस टीम ने 40 दिन तक वाहन संचालकों, चालकों से सामंजस्य बिठाते हुए 806 गाडिय़ों की व्यवस्था कर लोगों को गंतव्य तक पहुंचाया। प्रशासन के आदेश के अलावा परिवहन विभाग के कंट्रोल रूम पर जिस किसी का कॉल आया उसकी भी टीम ने मदद की। कइयों ने तो घर पहुंचने के बाद आभार के कॉल आए। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाशसिंह राठौड़ के निर्देशन व जिला परिवहन अधिकारी डॉ.कल्पना शर्मा, नानजी राम गुल्सर के नेतृत्व में परिवहन निरीक्षक विपिन माहेश्वरी, इनेश खत्री, उपनिरीक्षक प्रदीप चौधरी, विक्रम सालवी, हितेश कटारा, धीरज, मनीष व अरविंद ने सारी जिम्मेदारी उठाते हुए हर प्वाइंट पर बस, जीप व अन्य वाहन भेजे। पैदल चल रह रहे यात्रियों को बसोंं में बैठाया।

अलग-अलग स्थिति में पहुंचे लोग
केस-1
पंजाब के दम्पती उदयपुर में फंसें तो परिवहन विभाग ने पास बनाते हुए गाड़ी की व्यवस्था करवा कर भेजा तो उन्हें नेगडिय़ा टोल नाके पर रोक दिया। लौटने पर पुलिस से पास बनवाकर रवाना किया। दम्पती ने पहुंचने के बाद टीम का आभार जताया।
केस-2
तेलंगाना के एक युवक की जयपुर से फ्लाइट होने पर उसके पास की व्यवस्था करवाकर उसे टैक्सी मुहैया करवाई। पहुंचने क बाद उसने कहा कि टीम की बदौलत वह समय पर पहुंच पाया।

केस-3
एक पीडि़ता के परिजन के केंसर पीडि़त होने पर जयपुर जाने के लिए पहले कलक्टे्रट से पास बनवाया। तबीयत खराब होने से समय पर नहीं जाने पर पास केन्सिल हो गया। बाद में परिवहन टीम ने बनाया तो गाड़ी खराब हो गई। दुबारा पास बनवाकर रवाना किया गया।

इनका कहना है जिला प्रशासन से समन्वय कर यात्रियों को रेलवे स्टेशन पहुंचाने के साथ ही बसों से गंतव्य तक पहुंचाया तथा कइयों के पास बनाए।
डॉ. कल्पना शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी

चेक पोस्ट पर परिवहन निरीक्षक व उप परिवहन निरीक्षक की मॉनिटरिंग के अलावा बलीचा, प्रतापनगर में वाहनों की व्यवस्था की।
नानजीराम गुल्सर, जिला परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन)

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