जानकारी के अनुसार अदवास हाल मुम्बई निवासी खुशबू पत्नी कैलाश पंचाल की मौत हुई। ऐसे में मृतका के भाई ने पति कैलाश, सास मीरा बाई और ससुर भंवरलाल पंचाल के विरुद्ध दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया।
मृतका के भाई, धानमंडी थाना क्षेत्र के भूपालवाड़ी निवासी किशनलाल लौहार ने बताया कि बहन खुशबू की शादी एक जुलाई 2017 को जावरमाइंस थाना क्षेत्र के अदवास निवासी कैलाश पंचाल के साथ कराई थी। कैलाश मुम्बई में काम करता है, ऐसे में खुशबू और परिवार भी वहीं रह रहा था। शादी के बाद से ही पति और सास-ससूर खुशबू को दहेज के लिए परेशान करते थे। मारपीट करते थे और पीहर पक्ष से बात नहीं करने देते थे। इसी से आहत होकर खुशबू ने 12 जनवरी को फंदा लगाकर जान दे दी। पहले तो पति और उसके परिवार ने खुशबू की मौत का कारण छिपाए रखा। बाद में शव लाते समय खुशकशी करने की जानकारी दी। गुरुवार को अदवास में खुशबू का अंतिम संस्कार किया गया।
मृतका के भाई, धानमंडी थाना क्षेत्र के भूपालवाड़ी निवासी किशनलाल लौहार ने बताया कि बहन खुशबू की शादी एक जुलाई 2017 को जावरमाइंस थाना क्षेत्र के अदवास निवासी कैलाश पंचाल के साथ कराई थी। कैलाश मुम्बई में काम करता है, ऐसे में खुशबू और परिवार भी वहीं रह रहा था। शादी के बाद से ही पति और सास-ससूर खुशबू को दहेज के लिए परेशान करते थे। मारपीट करते थे और पीहर पक्ष से बात नहीं करने देते थे। इसी से आहत होकर खुशबू ने 12 जनवरी को फंदा लगाकर जान दे दी। पहले तो पति और उसके परिवार ने खुशबू की मौत का कारण छिपाए रखा। बाद में शव लाते समय खुशकशी करने की जानकारी दी। गुरुवार को अदवास में खुशबू का अंतिम संस्कार किया गया।
डिलीवरी पर भी नहीं आने दिया मृतका के भाई किशन ने बताया कि बहन खुशबू का सवा साल का बेटा है। परिवार बेटी के प्रसव के लिए उदयपुर लाना चाहते थे, लेकिन पति और परिवार ने उदयपुर नहीं भेजा। डिलीवरी के समय खुशबू के माता-पिता कुछ दिन मुम्बई में रहकर आए, लेकिन उनके साथ खुशबू को उदयपुर नहीं भेजा गया।
देरी ना होती तो बच जाती बेटी
मृतका खुशबू के पिता कहते है कि उनके चाचा का निधन बीते दिनों हुआ था। जिनके रीति रिवाज के 12 दिन 10 जनवरी को ही हुए थे। उसी दिन खुशबू का फोन किशन के पास आया था। उसने कहा कि स्थिति असहनीय हो रही है। घर में बंधक बनाकर रखा है। अपनी बात खुलकर नहीं कह पा रही है। परिवार ने चाचा के निधन का कार्यक्रम होने के बाद लेने आने को कहा। इसके दो दिन बाद तो खुशबू की मौत की खबर आ गई।
देरी ना होती तो बच जाती बेटी
मृतका खुशबू के पिता कहते है कि उनके चाचा का निधन बीते दिनों हुआ था। जिनके रीति रिवाज के 12 दिन 10 जनवरी को ही हुए थे। उसी दिन खुशबू का फोन किशन के पास आया था। उसने कहा कि स्थिति असहनीय हो रही है। घर में बंधक बनाकर रखा है। अपनी बात खुलकर नहीं कह पा रही है। परिवार ने चाचा के निधन का कार्यक्रम होने के बाद लेने आने को कहा। इसके दो दिन बाद तो खुशबू की मौत की खबर आ गई।