पुलिस ने बताया कि खण्डाया फला निवासी नानी उर्फ काली कुमारी(१७) पुत्री बाबूलाल मीणा का आंगन में मां के समीप खाट पर सो रही थी। सुबह जब मां उठी तो बेटी खाट पर नहीं थी और आसपास में खून के छींटे पड़े हुए थे। जिस दिशा में खून के निशान मिलते गए, जाकर देखा तो घर से 100 मीटर दूरी पर किशोरी का शव पड़ा था।
प्रथम दृष्टया माना गया कि पैंथर बालिका को उठा ले गया। किशोरी का शव पड़ा होने की बात पूरी बस्ती में फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और कुराबड़ थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कुराबड़ सीएचसी पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
पुलिस और वन अधिकारी जुटे जांच में
प्रथम दृष्टया माना गया कि पैंथर बालिका को उठा ले गया। किशोरी का शव पड़ा होने की बात पूरी बस्ती में फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और कुराबड़ थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को कुराबड़ सीएचसी पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
पुलिस और वन अधिकारी जुटे जांच में
कुराबड़ थानाधिकारी देवेंद्र सिंह मांडव, बेसकैम्प चौकी प्रभारी गंगाराम डांगी, लोगरलाल समेत पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। इधर, पैंथर के हमले की सूचना पर सहायक वन संरक्षक सुशील सैनी, सलूम्बर व कुराबड़ के क्षेत्रीय वन अधिकारी विजेंद्र सिंह सिसोदिया मौके पर पहुंचे। दोनों ही टीमों ने हर पहलू से मौका निरीक्षण किया।
स्थिति स्पष्ट नहीं
घटना को लेकर क्षेत्र के लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस और वन विभाग को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि पैंथर के हमले में ही किशोरी की मौत हुई। फिलहाल वन विभाग मौका स्थिति के अनुसार पैंथर के हमले से इनकार कर रहा है।
लोगों ने की मुआवजे की मांग
घटना को लेकर क्षेत्र के लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस और वन विभाग को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि पैंथर के हमले में ही किशोरी की मौत हुई। फिलहाल वन विभाग मौका स्थिति के अनुसार पैंथर के हमले से इनकार कर रहा है।
लोगों ने की मुआवजे की मांग
खंडाया फला में किशोरी का शव मिलने की घटना को लेकर ग्रामीणों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग की। सरपंच गुलाबी मीणा, भैरुलाल मीणा, ईश्वरदास वैष्णव, भैरुलाल, नानालाल मीणा, प्रेमलाल, गणपतलाल मीणा, विक्रम मीणा मौके पर पहुंचे। सभी ने घटना को पैंथर का हमला बताया। वन विभाग के नहीं मानने पर आक्रोश जताया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की।
इनका कहना
प्रथम दृष्टया वन्यजीव के हमले में मौत होने जैसा प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद ही कारण का खुलासा हो पाएगा। रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्रथम दृष्टया वन्यजीव के हमले में मौत होने जैसा प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद ही कारण का खुलासा हो पाएगा। रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
देवेन्द्र सिंह मांडव, थानाधिकारी, कुराबड़ मौका मुआयना किया। जहां पैंथर के पगमार्क नहीं मिले। किशोरी को घसीटने जैसे निशान भी नहीं देखे गए। ऐसे में मौका स्थिति के अनुसार तो पैंथर का हमला नहीं लग रहा है। फि र भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
सुशील सैनी, सहायक वनसंरक्षक, झाड़ोल उदयपुर
सुशील सैनी, सहायक वनसंरक्षक, झाड़ोल उदयपुर