जेल में दो सौ कैदियों की जांच कराई गई थी। इसमें से चार कैदियों में संक्रमण पाया गया। उन्हें जेल परिसर में पुराने अस्पताल भवन में क्वारंटीन किया गया। वे भी अब स्वस्थ हो चुके हैं, फिर भी एहतियातन अलग रखा गया है।
यह व्यवस्थाएं बदली
– बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित किया गया। – जेल स्टाफ के अंदर प्रवेश पर भी पूरी सावधानी है।
– प्रत्येक कैदी को मास्क लगाए रखना अनिवार्य किया। – प्रत्येक रविवार को हाइपोक्लोराइड का छिड़काव।
– बुजुर्ग और गंभीर रोगों से ग्रस्त कैदियों को अलग किया।
– बाहरी लोगों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित किया गया। – जेल स्टाफ के अंदर प्रवेश पर भी पूरी सावधानी है।
– प्रत्येक कैदी को मास्क लगाए रखना अनिवार्य किया। – प्रत्येक रविवार को हाइपोक्लोराइड का छिड़काव।
– बुजुर्ग और गंभीर रोगों से ग्रस्त कैदियों को अलग किया।
– नए आने वाले कैदियों को 21 दिन अलग रखा जाता है। एक नजर
1250 : कुल कैदी है सेंट्रल जेल में 45 : महिला कैदी भी काट रही सजा
40 : कैदी बुजुर्ग और हाई रिस्क वाले
1250 : कुल कैदी है सेंट्रल जेल में 45 : महिला कैदी भी काट रही सजा
40 : कैदी बुजुर्ग और हाई रिस्क वाले
04 : संक्रमित कैदियों को अलग किया बरत रहे हैं सावधानी
कोरोना संक्रमण के पहले दौर से राहत मिलने पर बंदियों का बाहर आना शुरू हो गया था। बीमार को अस्पताल, कोर्ट में पेशी आदि पर ले जाने लगे थे। परिजनों से मुलाकात शुरू हो गई थी। सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। कैदियों को सावधानी रखने के लिए जागरूक कर रहे हैं। अभी कोर्ट में वारंट जा रहे हैं, अगली पेशी पड़ जाती है। जरुरत होने पर वीसी से होती है।
कोरोना संक्रमण के पहले दौर से राहत मिलने पर बंदियों का बाहर आना शुरू हो गया था। बीमार को अस्पताल, कोर्ट में पेशी आदि पर ले जाने लगे थे। परिजनों से मुलाकात शुरू हो गई थी। सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। कैदियों को सावधानी रखने के लिए जागरूक कर रहे हैं। अभी कोर्ट में वारंट जा रहे हैं, अगली पेशी पड़ जाती है। जरुरत होने पर वीसी से होती है।
राजेंद्र कुमार, जेल अधीक्षक, सेंट्रल जेल उदयपुर