यह था मामला उदयपुर के सुखेर थाना क्षेत्र में भुवाणा स्थित एटीएम में मशीन से छेड़छाड़कर सिस्टम को हेक करने के प्रयास में जयपुर एसओजी ने सुखेर थाना पुलिस की मदद से दो विदेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया था। युगांडा और गांबिया की दोनों ठग महिलाओं ने रास्पबेरी-पाई डिवाइस की मदद से बैंक ऑफ बड़ौदा के सर्वर को हैक किया था। जयपुर में 32 लाख रुपए निकालने के बाद महिलाएं कोटा होते हुए उदयपुर आ गई थी। यहां एक होटल में ठहरकर रैकी करते हुए एटीएम में वारदात करने की तैयारी में थी कि एसओजी ने दबोच लिया था।
डिवाइस को मोडिफाई करवा बनाया सर्वर
एसओजी की जांच में सामने आया कि जालसाज महिलाओं ने अमेजन से रास्पबेरी पाई नामक डिवाइस 7 हजार रुपए में खरीदी। डिवाइस एक तरह का छोटा कम्प्यूटर है, जो दो कम्प्यूटर के बीच स्वीच के रूप में काम करता है। यह लाइनेक्स प्लेटफॉर्म से जुड़ा होता है। महिलाओं ने डिवाइस को मोडिफाई करवाकर सर्वर का रूप दे दिया था। इसे एटीएम में जाकर बैंक के सर्वर पोर्ट की जगह लगा दिया। वाईफाई से जोड़कर एटीएम को ऑपरेट कर दिया। इससे एटीएम का बैंक के सर्वर से संपर्क कट गया और फिर कार्ड लगाकर मशीन से रुपए निकाल लिए। डिवाइस के माध्यम से रुपए निकालने का मैसेज बैंक तक नहीं पहुंचा।
डिवाइस को मोडिफाई करवा बनाया सर्वर
एसओजी की जांच में सामने आया कि जालसाज महिलाओं ने अमेजन से रास्पबेरी पाई नामक डिवाइस 7 हजार रुपए में खरीदी। डिवाइस एक तरह का छोटा कम्प्यूटर है, जो दो कम्प्यूटर के बीच स्वीच के रूप में काम करता है। यह लाइनेक्स प्लेटफॉर्म से जुड़ा होता है। महिलाओं ने डिवाइस को मोडिफाई करवाकर सर्वर का रूप दे दिया था। इसे एटीएम में जाकर बैंक के सर्वर पोर्ट की जगह लगा दिया। वाईफाई से जोड़कर एटीएम को ऑपरेट कर दिया। इससे एटीएम का बैंक के सर्वर से संपर्क कट गया और फिर कार्ड लगाकर मशीन से रुपए निकाल लिए। डिवाइस के माध्यम से रुपए निकालने का मैसेज बैंक तक नहीं पहुंचा।
दिखावा भारतीय होने का एसओजी के डीआईजी शरत कविराज ने बताया कि इस तरह की ठगी का मामला राजस्थान में पहली बार सामने आया है। यूगांडा और गांबिया की महिलाओं ने अपनी पहचान छिपाने के लिए भारतीय रूप में दिखने का प्रयास किया। उन्होंने नकली बार लगाए, वहीं वारदात के समय सलवार सूट पहना।