जिला रसद अधिकारी जयमल राठौड़ ने बताया कि बरोडिय़ा निवासी कालूसिंह पुत्र माधोसिंह के बाड़े में कार्रवाई की गई। बाड़े में 18 सौ लीटर पदार्थ स्टॉक किया हुआ मिला, जो डीजल के समान होना पाया गया। एक टैंकर के पांच-पांच हजार लीटर के चार कंपार्ट में भरा बीस हजार लीटर पदार्थ था, जो सॉल्वेंट कहा जा सकता है। डीएसओ जयमल राठौड़ की ओर से मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने टेंकर चालक पुष्करलाल को गिरप्तार किया, वहीं कालूसिंह को नामजद किया है। कार्रवाई का क्रम सुबह से शाम तक चलता रहा।
जांबुआ से हरियाणा का कनेक्शन
डीएसओ राठौड़ ने बताया कि टेंकर चालक पुष्करलाल से पूछताछ की तो बताया कि टेंकर में भरा हुआ पदार्थ मिनरल ऑयल के नाम से मिला, जो जांबुआ से लेकर हरियाणा ले जाना बताया। बाडे के मालिक कालूसिंह ने टैंकर को यहा मंगवाया था। बताया गया कि टैंकर का मालिक भी कालूसिंह ही है। पुलिस ने तरल पदार्थ जब्तकर मामला दर्ज किया गया।
चार दिन से थी निगरानी
डीएसओ राठौड़ ने बताया कि टेंकर चालक पुष्करलाल से पूछताछ की तो बताया कि टेंकर में भरा हुआ पदार्थ मिनरल ऑयल के नाम से मिला, जो जांबुआ से लेकर हरियाणा ले जाना बताया। बाडे के मालिक कालूसिंह ने टैंकर को यहा मंगवाया था। बताया गया कि टैंकर का मालिक भी कालूसिंह ही है। पुलिस ने तरल पदार्थ जब्तकर मामला दर्ज किया गया।
चार दिन से थी निगरानी
एटीएस अजमेर प्रभारी रोडीमल की टीम बीते चार दिन से वाना-बरोडिय़ा क्षेत्र में डेरे डाले हुए थी। टीम यहां चल रहे अवैध कारोबार पर छापा मारने के लिए निगरानी कर रही थी। शनिवार को यहां टैंकर पहुंचने पर मौका देखते ही टीम ने छापा मार दिया।
तरल पदार्थों के लिए नमूने
एटीएस टीम की सूचना पर जिला रसद अधिकारी जयमल राठौड़, वल्लभनगर प्रवर्तन अधिकारी प्रद्युमनसिंह, विनोद कुमार परमार की टीम मौके पर पहुंची। दोनों तरह के तरल पदार्थों के नमूने लिए गए। वल्लभनगर डीएसपी बुधराज, खेरोदा थानाधिकारी मोहमद फारुख, एएसआइ चतराम मीणा, रतनलाल जाट, रामदेव आदि कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे।
पहले भी हो चुकी कार्रवाई
एटीएस टीम की सूचना पर जिला रसद अधिकारी जयमल राठौड़, वल्लभनगर प्रवर्तन अधिकारी प्रद्युमनसिंह, विनोद कुमार परमार की टीम मौके पर पहुंची। दोनों तरह के तरल पदार्थों के नमूने लिए गए। वल्लभनगर डीएसपी बुधराज, खेरोदा थानाधिकारी मोहमद फारुख, एएसआइ चतराम मीणा, रतनलाल जाट, रामदेव आदि कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे।
पहले भी हो चुकी कार्रवाई
जांच में पाया गया कि कालूसिंह के बाड़े में लम्बे समय से अवैध कारोबार हो रहा था। इससे पहले भी यहां छापामार कार्रवाई हो चुकी है, वहीं आरोपी कालूसिंह के विरुद्ध पूर्व में भी मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।