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video…सावधान रहे इनसे 10 फेल पर शातिर,फर्जी कॉल सेन्टर खोल ठगे करोड़ों

locationउदयपुरPublished: Jan 24, 2019 10:52:47 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

सावधान रहे इनसे 10 फेल पर शातिर,फर्जी कॉल सेन्टर खोल ठगे करोड़ों

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मोहम्मद इलियास/ उदयपुर
फर्जी कॉल सेन्टर चलाकर उदयपुर व अमरीकावासियों से ऑनलाइन ठगी करने वाले शातिर छह गुजराती युवकों सहित नौ जनों को प्रतापनगर थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार किया। आरोपी महज 10वीं पास होकर अंग्रेजी व अमेरिकन इंग्लिश के जानकार हैं, जो वहां के प्रतिष्ठित बैंक से ऋण दिलाने के नाम पर 10 माह में अब तक करोड़ों की ठगी कर गए।
एसपी कैलाशचन्द्र बिश्नोई ने बताया कि शहर में फर्जी कॉल सेन्टर से ऑनलाइन ठगी का पता चलने पर एएसपी पारस जैन के निर्देशन में उपाधीक्षक भगवतसिंह हिंगड़, प्रशिक्षु आरपीएस नियती शर्मा, सीआई डॉ. हनवंतङ्क्षसह, स्पेशल टीम प्रभारी गोरधनसिंह भाटी के साथ टीम ने प्रतापनगर में एक मकान पर छापा मारा। पुलिस को वहां एक कमरे में अलग-अलग केबिनों में लगे कम्प्यूटर, लेपटॉप पर कालाजी गोराजी सूरजपोल निवासी प्राजल पुत्र इन्दरङ्क्षसह जैन, लालबाग नाथद्वारा निवासी वत्सल पुत्र दुष्यंत जोशी, बैजलपुर अहमदाबाद निवासी विशाल पुत्र रोहित भाई पटेल, अमराई वाणी अहमदाबाद निवासी अनिल पुत्र श्रीनिवास पिल्लाई, नारंगपुरा अहमदाबाद निवासी राजेश पुत्र नरेन्द्र कुमार बरमानी, मणीनगर अहमदाबाद निवासी कौशल पुत्र मनोज भाई त्रिवेदी, जूनाडोर काकरिया अहमदाबाद निवासी पवन पुत्र कमलेश भाई मूलचंदानी, कुणाल पुत्र प्रकाश भाई भारवानी व यूआईटी कॉलोनी प्रतापनगर निवासी वीरेन्द्र ङ्क्षसह पुत्र फतहङ्क्षसह सोलंकी कॉल व काम करते हुए मिले। पुलिस को देख सभी हड़बड़ा गए। पुलिस ने पूछताछ सभी को पकड़ा, उनके कब्जे से दस कम्प्यूटर, एक लेपटॉप व 14 मोबाइल जब्त किए। पुलिस ने उनके विरुद्ध धोखाधड़ी व आईटी एक्ट का मामला दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि पूर्व में भी भूपालपुरा थानाक्षेत्र में गुजराती युवकों की एक गैंग पकड़ी थी। आरोपी उनके सम्पर्क में थे या नहीं और अब तक उन्होंने कितनी ठगी की, इसके बारे में पूछताछ की जा रही है।

अमरीकी कंपनी के नाम से ठगी
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पिछले दस माह से कॉल सेन्टर संचालित कर रहे थे। वे वाइट पेज एवं लिक्डइन वेबसाइट से सम्पर्क नम्बर, मेलआईडी एवं अन्य डाटा चुराकर उन नम्बरों से संबंधित व्यक्तियों से सम्पर्क तथा केस नियोन साइड से उनकी पूरी डिटेल प्राप्त कर लेते थे। बाद में आरोपी उन्हें लोन देने के नाम पर कॉल करते थे। जो झांसे में आ जाता, उनसे लोन से पूर्व प्रोसेसिंग एवं फाइल चार्ज के नाम का झांसा देकर गिफ्ट कार्ड के मार्फत ठगी करते थे। आरोपी उन व्यक्तियों को अमरीका की ऋण प्रदान करने वाली एडवांस अमरीका नामक कंपनी की साइड की फर्जी मेल आईडी से ऋण पास होने का मैसेज भेजते थे। इस पर कुछ व्यक्ति उन्हें ऋण के लिए सम्पर्क करते थे। उस व्यक्ति को वह आइबीएम सॉफ्टवेयर से कॉल कर ठगी करते थे। कुछ आरोपी अमरीका के वॉलमार्ट स्टोर से जिनमें आई-ट्यून कार्ड, गूगल प्ले कार्ड व स्टीम कार्ड, वॉलमार्ट कार्ड खरीदवा व स्क्रेच कर उनके नम्बर अपने साथियों को भी भेजते थे। वे साथी गिफ्ट कार्ड के नम्बरों को अपने साथियों से केश करवाकर ठगी करते थे। इस काम में उन्हें कमीशन मिलता था।

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