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video अब किस पर भरोसा करे, क्या कोई ऐसे भी ले लेता है जान…

locationउदयपुरPublished: Feb 07, 2019 03:29:42 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

अब किस पर भरोसा करे, क्या कोई ऐसे भी ले लेता है जान…

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घर में अकेले रह रहे अधेड़ की गला रेतकर की गई हत्या

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
व्यावसायिक प्रतिस्पद्र्धा के चलते एक युवक ने अपचारी के साथ मिलकर व्यापारी को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश किया और बाद में हत्या कर उसका शव मावली क्षेत्र के बडियार में फेंक दिया। बुधवार सुबह शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई। घटना के विरोध में फतहनगर के व्यापारियों ने स्वत: स्फूर्त बाजार बंद रखा और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जलाकर विरोध – प्रदर्शन किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश कर बाजार खुलवाया तथा कुछ ही देर के बाद हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया था व साथी अपचारी को निरुद्ध किया। अभी कस्बे में शांति है लेकिन वहां एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। मृतक उदयपुर में वार्ड-43 के पार्षद सरोज अग्रवाल का भाई है। एसपी कैलाशचन्द्र विश्नोई ने बताया कि फतहनगर निवासी सत्यनारायण अग्रवाल (40) पुत्र मांगीलाल रात को घर से स्कूटी लेकर गया, जो देर तक नहीं लौटा। तलाशी के बावजूद उसके नहीं मिलने पर ***** विमल गोयल ने फतहनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी। इस बीच, मावली के बडिय़ार में सत्यनारायण की लाश मिल गई। पुलिस ने मृतक के मोबाइक कॉल डिटेल निकाली तो अंतिम कॉल गांव के ही लोकेश पुत्र घनश्याम जीनगर का मिला। लोकेश ने पहले गुमराह किया लेकिन बाद में कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया। उसने व्यावसायिक प्रतिस्पद्र्धा में हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त कार बरामद की। एफएसएल टीम ने कार की तलाशी ली तो उसमें दो आधी बोतल शीतय पेय के अलावा कार में सीट एवं तकिये पर लार मिली। पुलिस ने बताया कि आरोपी लोकेश की मां भी पूर्व में फतहनगर वार्ड 20 की निर्दलीय पार्षद रह चुकी है।
सीसीटीवी से पकड़ा गया आरोपी परिजनों का कहना था कि सत्यनारायण रात को घर से स्कूटी लेकर गया था। तलाशी के दौरान यह स्कूटी कस्बे में ही कॉलेज के बाहर मिल गई। परिजनों ने कॉलेज स्टॉफ की मदद से वहां लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जिससे लोकेश जीनगर द्वारा उसे कार में बिठाने व मुख्य चौराहे की ओर ले जाने की पुष्टि हुई। परिजनों ने आरोपी लोकेश पर शक जाहिर करते हुए पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल से आरोपी को हिरासत में ले लिया।
शव मिलने के बाद स्वीकारोक्ति
पुलिस ने शक के आधार पर शव मिलने से पहले ही लोकेश को हिरासत ले लिया था। आरोपित ने बताया कि उसने सत्यनारायण अग्रवाल को फोन कर घर से बाहर बुलाया। आरोपी उसे कार में बिठाकर मेन चौराहे पर ले गया। वहां उसे चाऊमीन की मनुहार की, मना किया तो वह फलूदे में नशीली गोलियां मिलाकर ले आया। सत्यनारायण के बेहोश होने के बाद आरोपी उसे कार में लेकर पूरे कस्बे में इधर-उधर घूमते रहा। बाद में वह मावली-नाथद्वारा रोड पर बडियार के निकट गया और कार में रखे तकिए से मुंह दबा हत्या करने के बाद शव फेंक दिया। इसके बाद वह घर जाकर सो गया।
प्रतिस्पद्र्धा के चलते हत्या जांच में पता चला कि पूर्व में जिस दुकान को सत्यनारायण ने किराए पर लिया था, वह पहले लोकेश जीनगर की थी। सत्यनारायण ने यही दुकान अधिक भाड़ा देकर उसके मालिक से ले ली। लोकेश ने एक बार दुकान खाली कर दी। बाद में उसने सत्यानारायण की दुकान के सामने ही अन्य दुकान किराए लेकर धंधा शुरू किया लेकिन इसमें प्रतिस्पद्र्धा के चलते इनमें खींचतान हो गई। एएसपी ग्रामीण दशरथ सिंह एवं हिम्मत सिंह देवल के नेतृत्व में फतहनगर थानाधिकारी गोपाल शर्मा, मावली थानाधिकारी घनश्याम सिंह, भींडर थानाधिकारी मानसिंह ने वारदात का खुलासा किया।

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