असल में रानी रोड पर रोटरी बजाज भवन से पहले उपला तालाब की तरफ फतहसागर का डूब क्षेत्र में पिछले दिनों से बड़ी संख्या में डम्पर व ट्रैक्टर लगाकर भराव डाला जा रहा था। वैसे यह प्रयास पहले भी हुए तब बड़ी मात्रा में वहां से प्रशासन ने भराव को वापस निकलवाकर दम लिया था। वहां इन दिनों वापस वहीं काम शुरू हो गया था लेकिन यूआइटी के निगरानी दल की नजर वहां तक नहीं गई जबकि इस रूट से तो निगरानी दल व लेक पेट्रोल टीम का गुजरना आम है। गुरुवार को कुछ लोगों ने यूआइटी तक बात पहुंचाई तब यूआइटी ने वहां गार्ड भेजे। वैसे शाम तक तो यूआइटी से कोई अफसर मौके पर नहीं पहुंचे और गार्ड ने वहां जाकर एक जेसीबी व एक ट्रैक्टर को जब्त कर लिया।
इसलिए कर रहे खेल नियंत्रित निर्माण निषद्ध क्षेत्र में आने वाले इस क्षेत्र में डूब क्षेत्र में आनी वाली जमीनों को भराव डालकर ऊंचा किया जा रहा है ताकि यह साबित कर सके बाद में कि यह जमीन डूब क्षेत्र में नहीं है। इधर, नरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि उन्होंने पूर्व यूआइटी चेयरमैन रवीन्द्र श्रीमाली को भी अवगत कराया तब उन्होंने यूआइटी चेयरमैन और जिला कलक्टर को अवगत कराकर तालाब पेटे में भराव डालने का काम रुकवाने की मांग की।