प्रदर्शनी के बाद मूक फिल्म उद्घाटन अवसर पर विशेष प्रदर्शनी से पहले अतिथि मनोज सिंह एवं प्रमु ा वक्ता राहुल रॉय आयोजन से जुड़ी अपनी ाास रायशुमारी आमजन से साझा करेंगे। इसके बाद अलग-अलग सत्रों में फिल्मों के प्रदर्शन किए जाएंगे। पहले दिन द अदर साइड, टू प्लस, कैंपस राइजिंग, अवर गौरी जैसी फिल्में प्रदर्शित होगी। गौरतलब है कि इन तीन दिनों में शहरवासी प्रतीक सिन्हा, यूसुफ सईद, राहुल रॉय, अविनाश दास, मनोज सिंह, ाूपेश कावडिय़ा, दिव्या ाारती, राणा प्रताप सेंगर, राजेश कुमार और ांवर मेघवंशी जैसे मेहमानों से रूबरू हो सकेंगे।
READ MORE: टर्की की शोभा बना उदयपुर का ये फेंटास्टिक आर्ट ‘मून ऑफ होप, लव एंड पीस’, अाप भी हो जाएंगे मुरीद कल ये रहेंगे आकर्षण फेस्टिवल के दौरान रविवार को पहले सत्र में कुंदन शाह की चर्चित फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ दिखाई जाएगी। उसके बाद तुरुप, जहां चार यार मिल जाए अनारकली ऑफ आरा जैसी फिल्में और फिल्मकारों से चर्चा के सत्र होंगे। रविवार को झरोखा में सुबह 9.30 से 11.45 बजे तक 132 मिनट की हिंदी फीचर फिल्म जाने भी दो यारो दिखाई जाएगी। 12 से 1.30 बजे तक 72 मिनट की हिंदी-अंग्रेजी सब टाइटल फिल्म तुरुप, एक तारा कलेक्टिव, 2.15 से 3.25 तक 43 मिनट की फिल्म जहां चार यार मिल जाएं, 3.45 से 4. 45 बजे तक दास्तान-ए-सीडीशन, शाम 5 से 7.30 बजे तक 113 मिनट की अनारकली आफ आरा फिल्म देखी जाएगी। सोमवार को झरोखा, अटकती सांसें हांफता देश, ये क्या जगह है दोस्तों, इश्क के इम्तहां और भी हैं और बहस जारी है सत्र में भी फिल्म प्रदर्शित होंगी। दोपहर 1.45 से 3.30 बजे ये धुआं कहां से उठता है.. सत्र में 73 मिनट की रंगीन दस्तावेजी फिल्म कैंपस राइजिंग, यूसुफ सईद, हिंदी-अंग्रेजी और अंग्रेजी सब टाइटल की फिल्में दिखाई जाएंगी। दोपहर 3.45 से शाम 5.15 पड़ताल की शुरूआत होगी, जिसमें ट्रेकिंग दी फेम, फेक का फंडा की रंगारंग प्रस्तुति होगी। शाम 5.30 से 6.30 बजे तक मीडिया की नई पहल पर परिचर्चा होगी। शाम 6.30 से 7.40 बजे तक अवर गौरी, दीपू, रंगीन, अंग्रेजी, कन्नड़, अंग्रेजी सब टाइटल दस्तावेजी 67 मिनट की फिल्म दिखाई जाएगी।