इस मामले में गृहमंत्री एवं संघनिष्ठ वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया ने पहली बार पत्रिका से खास बातचीत में बेबाकी से बयान दिया है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि पार्टी का घेरा बढ़ाना जरूरी है लेकिन यह हमें न खा जाए, इसकी चिंता भी जरूरी है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर यह भी कहा कि किसी को नेता बनाने के लिए संगठन खड़ा नहीं किया है। पेश है कटारिया से बातचीत के प्रमुख अंश-
पत्रिका – पार्टी में दूसरे दलों के लोगों को शामिल किया जा रहा है। इसे कैसे देखते हैं आप?
कटारिया- हमें अपना घेरा बढ़ाना पडेग़ा। हम ही लोग उसे (पार्टी को) चला लेंगे ऐसा नहीं है। जो आ रहे हैं उनमें से अच्छे लोगों को छांटना और उन्हें काम में लगाना पड़ेगा।
कटारिया- हमें अपना घेरा बढ़ाना पडेग़ा। हम ही लोग उसे (पार्टी को) चला लेंगे ऐसा नहीं है। जो आ रहे हैं उनमें से अच्छे लोगों को छांटना और उन्हें काम में लगाना पड़ेगा।
पत्रिका- पार्टी के ऐसे विस्तार से विचारधारा को नुकसान पहुंच रहा है, कार्यकर्ता इसका विरोध कर रहे हैं?
कटारिया- घेरा बढ़ाना जरूरी है, लेकिन घेरा हमको नहीं खा जाए। इसके बारे में चिंता जरूरी है। हमें चिंचित रहना चाहिए। घेरे में अच्छे लोग मिलते हैं, तो उन्हें ढूंढने का प्रयत्न करना चाहिए। जहां से अच्छे लोग मिले उसे लेना चाहिए। वो नए हो या पुराने लेकिन वो हमारी विचारधारा को पुष्ट करने वाले लोग हो, क्योंकि हम राज करने की मंशा लेकर नहीं चले हैं। संघ के सर संघचालक डॉ. हेडगेवार, श्रीगुरुजी ने देश को जैसा बनाने की कल्पना से संगठन को सींचा है। प्रचारकों ने देश बनाने के लिए समय दिया है नेता बनाने के लिए नहीं।
कटारिया- घेरा बढ़ाना जरूरी है, लेकिन घेरा हमको नहीं खा जाए। इसके बारे में चिंता जरूरी है। हमें चिंचित रहना चाहिए। घेरे में अच्छे लोग मिलते हैं, तो उन्हें ढूंढने का प्रयत्न करना चाहिए। जहां से अच्छे लोग मिले उसे लेना चाहिए। वो नए हो या पुराने लेकिन वो हमारी विचारधारा को पुष्ट करने वाले लोग हो, क्योंकि हम राज करने की मंशा लेकर नहीं चले हैं। संघ के सर संघचालक डॉ. हेडगेवार, श्रीगुरुजी ने देश को जैसा बनाने की कल्पना से संगठन को सींचा है। प्रचारकों ने देश बनाने के लिए समय दिया है नेता बनाने के लिए नहीं।
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कटारिया- हमारा आधार संघ की 92 साल की तपस्या है। इसके लोगों ने जीवन उत्र्सग किया है। हमें तो एक तरह से बना बनाया हलवा मिला है।
कटारिया- हमारा आधार संघ की 92 साल की तपस्या है। इसके लोगों ने जीवन उत्र्सग किया है। हमें तो एक तरह से बना बनाया हलवा मिला है।
पत्रिका- आपका कोई संकल्प?
कटारिया- जिस विचारधारा के आधार पर मैंने अपना जीवन मोडा है उस आधार पर मेरे सहयोगी विचारधारा को पकड़ कर आगे बढऩे का प्रयास करें। पदों की लूट के लिए आगे न बढ़े। समर्पण हमारे संगठन का आधार है जितना समर्पण करेंगे उतना काम को बढ़ा पाएंगे।
कटारिया- जिस विचारधारा के आधार पर मैंने अपना जीवन मोडा है उस आधार पर मेरे सहयोगी विचारधारा को पकड़ कर आगे बढऩे का प्रयास करें। पदों की लूट के लिए आगे न बढ़े। समर्पण हमारे संगठन का आधार है जितना समर्पण करेंगे उतना काम को बढ़ा पाएंगे।
पत्रिका- कोई काम जो करना चाहते हैं
कटारिया- हाईकोर्ट बेंच उदयपुर में नहीं ला पाए। इसके लिए प्रयत्नशील हैं, बेंच नहीं तो कैंप कोर्ट भी खुल जाए तो , ट्राइबल को फायदा मिलेगा। आयड़ को वेनिस बनाने का सपना देखा और उसके लिए अभी साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है और जल्द ही उसे उस स्वरूप में ले आएंगे। स्मार्ट सिटी मिल ही गई, काम चल रहा है। एलिवेटेड रोड मंजूर हो चुकी है और राजमार्ग प्राधिकरण ने भी बहुत कुछ दिया है।
कटारिया- हाईकोर्ट बेंच उदयपुर में नहीं ला पाए। इसके लिए प्रयत्नशील हैं, बेंच नहीं तो कैंप कोर्ट भी खुल जाए तो , ट्राइबल को फायदा मिलेगा। आयड़ को वेनिस बनाने का सपना देखा और उसके लिए अभी साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है और जल्द ही उसे उस स्वरूप में ले आएंगे। स्मार्ट सिटी मिल ही गई, काम चल रहा है। एलिवेटेड रोड मंजूर हो चुकी है और राजमार्ग प्राधिकरण ने भी बहुत कुछ दिया है।