घटनास्थल की परिस्थितियों को देखते हुए इस बात की आशंका है कि किसी अज्ञात शख्स ने ट्रेन मार्ग अवरूद्ध करने के लिए यह पटरी का टुकड़ा काटा है, हालांकि रेलवे के अधिकारी इस आशंका की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। मामले में रतलाम मंडल डीआरएम ने जांच के निर्देश दे दिए है। इधर, इस ट्रेन में सवार उदयपुर, मावली, चित्तौडगढ़़ स्टेशन से सवार हुए सभी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर परिजनों ने सूचना मिलते ही फोन घनघनाए। बाद में सभी के सुरक्षित होने की सूचना पर राहत महसूस की।
यह ट्रेन रात 8.35 बजे उदयपुर से चलकर सुबह 4.20 बजे रतलाम पहुंचती है। उज्जैन होकर यह 8.30 बजे इंदौर स्टेशन पर पहुंचती है मगर सुबह ट्रेन निर्धारित समय से करीब 2 घंटे देरी से चल रही थी। सुबह 8.24 बजे उज्जैन स्टेशन से जैसे ही ट्रेन इंदौर जाने के लिए रवाना हुई, स्टेशन से कुछ दूरी पर ही ड्राइवर को इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े।
इसके बावजूद इंजन के 2 पहिए पटरी से नीचे उतर गए। ड्राइवर को मौके पर पटरी का एक बड़ा टुकड़ा टूटा हुआ मिला। तत्काल ही रतलाम मंडल कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी गई।
59306 उज्जैन-इंदौर पैसेंजर 5.15 घंटे लेट इंदौर पहुंची।
19330 वीरभूमि चित्तौडगढ़़ एक्सप्रेस 4.45 घंटे लेट इंदौर पहुंची।
19711 जयपुर भोपाल एक्सप्रेस 1.55 घंटे लेट उज्जैन से चली।
18234 नर्मदा एक्सप्रेस 5.45 घंटे लेट इंदौर पहुंची।
12227 दूरंतो एक्सप्रेस 3.10 घंटे लेट इंदौर पहुंची।
19329 वीरभूमि चित्तौडगढ़़ एक्सप्रेस 3.50 घंटे लेट उज्जैन पहुंची।
12416 दिल्ली सराय-रोहिल्ला इंटरसिटी एक्सप्रेस 4.20 घंटे लेट इंदौर पहुंची।
मामले में किस तरह की परिस्थितियां बनी है, यह जांच के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल पटरी ब्रेक की जांच की जा रही है। घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं है।
– जेके जयंत, पीआरओ, रतलाम मंडल