प्रताप की राजतिलक स्थली उपेक्षित, समुचित विकास की दरकार
उदयपुरPublished: Oct 17, 2023 01:41:45 am
उदयपुर से गोगुंदा मार्ग में कहीं भी राजतिलक स्थल का बोर्ड तक नहीं
पर्यटक इसके इतिहास से बेखबर
हल्दीघाटी - कुंभलगढ सर्किट से इसे जोड़ने की दरकार


प्रताप की राजतिलक स्थली उपेक्षित, समुचित विकास की दरकार
गोगुंदा . (उदयपुर) . वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप वीरता और अदम्य साहस से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं, लेकिन उदयपुर जिले के गोगुंदा कस्बे में प्रताप की राजतिलक स्थली वर्तमान में उपेक्षित है। इसके समुचित विकास की दरकार है। महाराणा प्रताप की शौर्य की गाथा में महत्वपूर्ण इस स्थल को इतना गौरव नहीं मिल पाया, जितना मिलना चाहिए था।गोगुंदा में प्राचीन महादेव मंदिर और बावड़ी के निकट महाराणा प्रताप का राजतिलक हुआ था और प्रताप यहीं से महाराणा प्रताप बने। समय के साथ इस स्थल को विकसित करने के प्रयास हुए, लेकिन अपेक्षित विकास नहीं हो सका। इसके लिए जिम्मेदार पर्यटन विभाग भी आंखें मूंदे हुए हैं। हाल यह है कि उदयपुर से गोगुंदा मार्ग में कहीं भी राजतिलक स्थल का संकेतक बोर्ड तक नहीं लगा है। इस कारण उदयपुर से हल्दीघाटी, कुंभलगढ जाने वाले पर्यटकों को इस स्थल की जानकारी नहीं मिल पाती है।