अधीक्षक ने बताया कि इमरजेंसी में आने वाले हर बीमारी से ग्रसित मरीज का चिकित्सक व स्टॉफ वहीं पर उपचार कर उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करेगा। उन मरीजों की जांच व अन्य भी वहीं करवाएंगे। राउंड द क्लॉक सीनियर रेजिेडेंट उन्हें देखते हुए प्राथमिक उपचार देगे। गंभीर अवस्था से बाहर निकलने के बाद ही चिकित्सक उन्हें संबंधित वार्ड में शिफ्ट करेंगे। इमरजेंसी में इस तरह की व्यवस्था होने पर सीनियर रेजिडेंट व स्टॉफ भी बढ़ाया गया है।
अब तक कॉर्डियोलॉजी विभाग में पांच दिन चलने वाली ओपीडी अब सातों दिन चलेगी। अधीक्षक ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर चिकित्सकों की तैनातगी की है। बताया जा रहा है कि प्रतिदिन वहां पर दो सौ से ढाई सौ मरीजों की ओपीडी है और कई लोग बाहर से यहां आते है।