कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों को जेल भेजा, पेश करने के दौरान आक्रोश
वर्ष 2011 में मुम्बई में आतंकी हमला हुआ था। इसके बाद आरोपी रियाज ने 2013 में बाइक खरीदी थी। आरोपी ने बाइक लोन पर ली थी, लेकिन इसका विशेष नम्बर लेने के लिए परिवहन विभाग में बतौर प्रीमियम 5 हजार रुपए अतिरिक्त राशि जमा कराई थी। जांच एजेंसियों ने बाइक और इससे जुड़े दस्तावेज जब्त किए। दस्तावेजों की पुष्टि में भी बाइक आरोपी रियाज अत्तारी के नाम से पंजीकृत होना पाया है।
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दूसरे आरोपी का स्कूटर चौथे दिन बरामद:
हत्याकांड के दूसरे आरोपी गौस मोहम्मद का स्कूटर घटना के चौथे दिन मौके से ही बरामद किया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि दोनों आरोपी अलग-अलग दुपहिया से आए थे, लेकिन हत्या के बाद एक ही बाइक पर भागे। गौस मोहम्मद का स्कूटर उस समय से ही घटना स्थल से कुछ दूरी पर पड़ा था। लगातार तीन दिन तक लावारिस स्थिति में पड़े स्कूटर पर संदेह हुआ तो क्षेत्रवासियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नम्बर के आधार पर जांच की तो यह दुपहिया आरोपी गौस मोहम्मद के नाम पर पाया।