-----------------जगन्नाथ रथयात्रा होता है अनूठा आकर्षण लेकिन घटना के बाद कई होटल खाली उदयपुर में निकलने वाली जगन्नाथ रथयात्रा पर्यटकों के लिए हमेशा से एक आकर्षण रहा है। इस दौरान कई देसी-विदेशी पर्यटक इस ऐतिहासिक रथयात्रा के साक्षी बनते हैं। लेकिन, इस बार उदयपुर में मंगलवार को हुए हत्याकांड के बाद शहर में मौजूद कई पर्यटक यहां से निकल गए। वहीं, कई पर्यटक कफ्र्यू लगने के बाद यहां से सुबह रवाना हो गए। अब जब तक हालात फिर से सामान्य नहीं हो जाते तब तक पर्यटक भी यहां आने से झिझकेंगे।
---------------------कायम रहेगा पर्यटकों का विश्वास इन दिनों शहर में कई पर्यटक मौजूद हैं। कोई यहां छुट्टियां मनाने पहुंचा है तो कोई शादियों के लिए आए हैं। मई में भी इस बार रिकॉर्ड पर्यटक आए थे जो लगभग 11 सालों में सर्वाधिक थे। वहीं, जनवरी से लेकर अब तक जब से कोरोना के केस कम पड़े थे तब से पर्यटन फिर से उड़ान भर रहा था लेकिन उदयपुर में हुए इस हत्यकांड ने दहशत भर दी है। पर्यटन व्यवसायियों का कहना है कि इस घटना ने सभी के दिलों को दहला दिया है। पूरे देश की नजर अब उदयपुर पर है। ऐसे में यहां आने का मन बना रहे लोग कुछ समय के लिए कदम रोक सकते हैं, लेकिन ये ज्यादा समय के लिए नहीं होगा। पर्यटकों का विश्वास इस शहर के प्रति कायम रहेगा।
---------------- इनका कहना है... कोरोना के दो साल बाद पर्यटन फिर से पटरी पर आया था। पिछले कुछ महीनों से रिकॉर्ड पर्यटक शहर में आ रहे थे, ऐसे में आगे आने वाले पर्यटन सीजन को लेकर भी अच्छी उम्मीद थी। लेकिन, इस घटना के बाद पर्यटन पर असर पड़ा है। सरकार को ही अब फिर से वापस विश्वास कायम कराना होगा। जगन्नाथ रथयात्रा एक विशेष आयोजन होता है और करीब 3 से 4 दिन का अतिरिक्त व्यवसाय मिलता है, वह नहीं मिल पाएगा। होटलें खाली हो चुकी हैं और कई पर्यटन शहर छोड़ कर जा चुके हैं।- धीरज दोशी, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन उदयपुर
-------------- जो घटना हुई है वह बहुत ही दर्दनाक है। पर्यटन व्यवसाय एवं पर्यटन से जुड़े सभी व्यवसायों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है। आने वाले कुछ समय के लिए भले ही पर्यटकों की संख्या कम हो जाए परंतु शीघ्र ही हालात सामान्य हो जाएंगे एवं पर्यटन अपनी रफ्तार पकड़ेगा।उषा शर्मा, होटल व्यवसायी