आमजन को भड़काने व धार्मिक भवनाएं आहत होने का हवाला दिया:
रिपोर्ट में एक जुलाई को टीवी शो के दौरान बयानों को तोड़-मोड़कर प्रसारित करने से आमजन को भड़काने व धार्मिक भवनाएं आहत होने का हवाला दिया है। एफआइआर में न्यूज चैनल प्रमोटर्स, एंकर रोहित रंजन के साथ सांसद राज्यवर्धन सिंह, मेजर सुरेंद्र पूनियां व विधायक उत्तरप्रदेश कमलेश सैनी सहित अन्य का नाम शामिल किया है।
बयान को गलत तरीके से उदयपुर की घटना से जोड़ा:
बनीपार्क निवासी रामसिंह कस्वां ने बनीपार्क थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि एक जुलाई को रात नौ बजे टीवी शो के दौरान राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय में हुई तोड़फोड़ के संदर्भ में दिए गए बयान को एडिट किया गया। उस बयान को गलत तरीके से उदयपुर की घटना से जोड़ दिया। इससे आमजन की धार्मिक भावनाएं आहत होने के लोकशांति भंग होने की संभावना बन गई।
एडिट करके तैयार क्लिप को सोशल मीडिया पर वायरल किया:
कार्यक्रम के बाद एडिट करके तैयार क्लिप को सोशल मीडिया पर वायरल भी किया गया। इसी के साथ राहुल गांधी माफी मांगों हैशटैग को ट्विट किया गया। रिपोर्ट में कहा कि टीवी एडिटर एंड प्रमोटर्स, एंकर रंजन के साथ इसमें भाजपा नेता मिले हुए हैं। पुलिस ने आईपीसी के साथ आइटी एक्ट में मामला दर्ज किया है।