VIDEO : अब और कितनी मौतों का इंतजार ?
वरड़ा में हालात भयावह
- खामियों पर मौन साधे है विद्युत निगम
- खेतों में झूलते तारों से संकट में सांसें
- टूटे खंभों और बिना फ्यूज वाली सप्लाई से ग्रामीण खतरे में
धीरेंद्र् जोशी/उदयपुर . संभाग मुख्यालय उदयपुर से गांवों में अव्यवस्थाओं के करंट से समय-समय पर मौतों का तांडव मचा है। अजमेर विद्युत वितरण निगम (एवीवीएनएल) की ढिलाई अकाल मौतों की वजह बनी हुई है और इसका आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है। दुर्भाग्य से इंसान ही नहीं वरन बेजुबान पशु-पक्षी भी इसकी भेंट चढ़ रहे हैं। हालांकि विद्युत निगम में मुआवजे का प्रावधान है, लेकिन खुद की लापरवाही से मौतों पर सब मौन है।
वरड़ा गांव में शुक्रवार को निगम की लापरवाही ने एक ही घर के दो मासूमों की जान ले ली। घटना के बाद हकीकत तलाशने पहुंची राजस्थान पत्रिका की टीम को लापरवाही के ढेरों नमूने मिले जो ग्रामीणों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। गांव में विद्युत लाइनों का मकडज़ाल बुना हुआ है।
दो ट्रांसफार्मर पर एक भी फ्यूज नहीं
गांव में बिजली सप्लाई के लिए दो ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। एक उचित मूल्य की दुकान के सामने और दूसरा गांव के प्रवेश पर स्थित चौराहे पर। दोनों ही ट्रांसफार्मर से बगैर फ्यूज के सीधे ही सप्लाई हो रही है। कभी हाई वॉल्टेज का प्रवाह हुआ तो घरों में बैठे लोग भी इसकी चपेट में आ जाएंगे।
खेतों में पड़े नंगे तार
गांव के खेतों में नंगे तार पड़े हुए हैं। इनमें करंट दौड़ रहा है जिसकी चपेट में आने से शुक्रवार को एक बंदर की मौत हो गई थी। इसकी शिकायत विद्युत निगम के कर्मचारियों को करने के बावजूद लाइन को बंद नहीं किया गया।
आठ माह पूर्व डाली लाइन
वरड़ा-उभयेश्वर मार्ग पर करीब आठ माह पूर्व खंभे लगाकर विद्युत लाइन खींची गई है। शुक्रवार को हुए हादसे वाली जगह के आसपास पांच खंभे धराशायी मिले। जिस खंभे के गिरने से दो मौत हुई, वह टूट कर सड़क पर गिरा था।
भराव पर लगाए खंभे
उभयेश्वर मार्ग पर बिछाई गई नई लाइन पर जो खंभे लगाए गए हैं, वे सड़क के किनारे भराव पर लगाए गए हैं। इनके नीचे नियमानुसार फाउंडेशन नहीं है। इस मार्ग पर कई खंभे टेढ़े हो गए हैं। बारिश के दौरान और भी खंभों के गिरने की आशंका बनी हुई है।
इनका कहना है....
छह माह पर सपोर्ट पर खड़ा खंभा
घर के सामने एक खंभा बीच में से टूटा हुआ है। इसके टूटने पर उन्होंने निगम को कई बार शिकायत की। करीब छह माह पूर्व निगम के कर्मचारी आए और टूटे खंभे पर सपोर्ट लगाने लगे। इस पर आपत्ति जताई तो कर्मचारियों ने पांच दिन में नया खंभा लगाने का आश्वासन दिया। आज तक खंभा नहीं बदला।
-रामसिंह, वरड़ा
ट्रांसफार्मर से उड़ती है चिंगारियां
उचित मूल्य दुकान के सामने लगे ट्रांसफार्मर से बारिश और लोड बढऩे पर चिंगारिया निकलती हैं जिससे आग लगने की आशंका है। शिकायत के बावजूद ट्रांसफार्मर को व्यवस्थित नहीं किया जा रहा है।
नारायणलाल जैन, वरड़ा
लापरवाही से हुई घटना
नगम को कई बार लिखित और मौखिक शिकायत हुई, लेकिन निगम के अधिकारी कोई सुनवाई नहीं करते। शुक्रवार की घटना लापरवाही के चलते ही हुई है। गांव के विद्युत तंत्र को व्यवस्थित कर राहत दी जाए।
रायसिंह, वरड़ा
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