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उदयपुर

न मरीज ऑनलाइन रिपोर्ट मंगा सके न डॉक्टर को दिखा सके

घर से काम करने वाले और ऑनलाइल पढ़ाई करने वाले सब बेबस हुए, पूरे उदयपुर जिले में नेटबंदी से परेशान हुए लोग

उदयपुरSep 28, 2020 / 07:52 pm

Mukesh Hingar

नेट बंद

नेट बंद

उदयपुर. डूंगरपुर-खेरवाड़ा की घटना से पूरे उदयपुर जिले में इंटरनेट बंद कर देने से रविवार को बड़ी मुश्किलें हुई। भले ही संडे था लेकिन कोविड-19 के चलते वर्क टू होम से लेकर स्कूल शिक्षा को लेकर पूरा सिस्टम प्रभावित हुई। सबसे ज्यादा परेशानी तो मरीजों को हुई जिनको अपनी जांच के सेम्पल के लिए चक्कर लगाना पड़ा। कोई मरीज व उनके परिजन ऑनलाइन न तो रिपोर्ट दिखा सके न मरीज की स्थिति से अपडेट कर सके।
सुबह से ही मोबाइल पर इंटरनेट के सिंग्नल नहीं होने से लोग परेशान हो गए। किसी ने मोबाइल स्वीच ऑफ किया तो किसी ने नेटवर्क सर्च किया। बाद में पता चला कि प्रशासन ने इंटरनेट बंद किया है। मोबाइल प्रदाता कंपनियों के एसएमएस भी लोगों को मिल गए। नेटबंदी से पूरी व्यवस्था प्रभावित हुई। कोविड-19 के बाद तो ऑनलाइन पर ही सभी चीजें हो गई। ऑनलाइन पेमेंट से लेकर स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी प्रभावित हुए है।

बिना इंटरनेट के ये सब ऐसे हुए परेशान
– डायग्नोस्टिक सेंटर पर जांच कराने वालों को रिपोर्ट ऑनलाइन नहीं मिल सकी, उनको वहां चक्कर लगाना पड़ा।
– रिपोर्ट ऑनलाइन नहीं मिली तो किसी डॉक्टर को रिपोर्ट बताने के लिए भेज भी नहीं पाए। मरीज व परिजन बहुत परेशान हुए।
– अस्पताल से कोविड के मरीज से अपने घर वाले वीडियो कॉल नहीं कर सके।
– बाजार में ऑनलाइन पेंमेंट नहीं हो पाया, लोगों को परेशान होना पड़ा। कोविड से ऑनलाइन पेमेंट का कन्सेप्ट बढऩे से अधिकतर व्यक्ति प्रभावित हुए।
– घर से काम करने वालों को बड़ी परेशानी आई। पूरा सिस्टम प्रभावित हुआ।
– रविवार का अवकाश था लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर होमवर्क से लेकर परीक्षा की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों का काम रुक गया।
– कुछ अभिभावकों ने बताया कि सोमवार को होने वाले ऑनलाइन एक्जाम को लेकर भी चिंतित है।
शहरी क्षेत्र में नेटबंदी को लेकर गुस्सा

वैसे प्रशासन के इस निर्णय को लेकर बड़ा विरोध भी लोगों में था। लोगों का तर्क था कि शहर में तो इस घटना से माहौल खराब करने जैसी कोई बात नहीं थी फिर यहां इस तरह नेटबंदी का निर्णय करना ठीक नहीं लगा। व्यापारी, नौकरीपेशा और युवा सब परेशान रहे। लोगों का तर्क था कि कोविड-19 में ज्यादातर कार्य मोबाइल व कम्प्युटर के जरिए कर रहे है ओर नेटबंद होते ही सब पर ब्रेक लग गया है।
इंटरनेट के बिना कोविड सेम्पल तक नहीं हुए

शहर में कोविड सेम्पल भी नहीं लिए गए। इंटरनेट सेवाएं बंद होने से चिकित्सा विभाग की सेम्पल लेने का काम पूरी तरह से अटक गया। असल में सेम्पल लेने के लिए मरीज की पूरी जानकारी ऑनलाइन मोबाइल के जरिए भरी जाती है लेकिन इंटरनेट सेवाएं बंद होने से पूरी तरह से काम बाधित हो गया। चिकित्सा विभाग के अनुसार इंटरनेट सेवाएं बंद होने से सेम्पल लेने का काम नहीं हो सका। बड़ी संख्या में सेम्पल देने पहुंचे लोगों को निराश लौटना पड़ा।
निगम सीमा के अलावा इलाकों में आज भी बंद रहेगा इंटरनेट

इधर, प्रशासन ने रविवार रात को तय किया कि उदयपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र को छोडकऱ सम्पूर्ण उदयपुर जिले में इंटरनेट सेवाओं को 27 सितंबर की रात्रि 11 बजे से आगामी 24 घंटे तक यानि 28 सितंबर रात्रि 11 बजे के लिए निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि डूंगरपुर जिले के काकरी डूंगरी में नेशनल हाईवे जाम करने और फैली हिंसा के बाद कानून व्यवस्था बनाएं रखने की दृष्टि से उदयपुर कलक्टर चेतन देवड़ा के पत्र पर संभागीय आयुक्त विकास एस भाले ने शनिवार रात 11 बजे से 24 घंटे तक पूरे उदयपुर जिले में इंटरनेट सेवाएं (लीज लाईन छोडकऱ) निलंबित करने के आदेश जारी किए।
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