खास बात यह कि उदयपुर में विगत दो सालों में पुलिस के फोन पर सास की शिकायतों की घंटियां घनघनाने में बहुओं ने बड़ी फुर्ती दिखाई। एक भी सास ऐसी नहीं थी जिसने पुलिस को बहू की शिकायत की हो। पिछले दो से तीन सालों में पुलिस में रपट भी लिखाई तो बहू ने सास के खिलाफ। एक भी सास बहू के खिलाफ थाने नहीं गई। हैल्प डेस्क के फोन पर पहुंची शिकायतों में घरेलू झगड़ों की फेहरिस्त भी कुछ कम नहीं है। कुल मिलाकर यह कहना गलत नहीं होगा कि उदयपुर के घरों में बड़बोली बहू पर सास का सब्र कुछ ज्यादा ही भारी है।
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वर्ष में करीब 40 से 50 मामले
वर्षभर में सास-बहू की शिकायतों के करीब 40 से 50 मामले आते हैं। मोबाइल फोन पर केवल बहुओं ने ही सास की शिकायतें की हैं, इन स्थितियों में सास का सब्र साफ नजर आता है। सास-बहू के घरेलू झगड़ों की ज्यादातर शिकायतों का निस्तारण केवल आपसी समझाइश से ही किया जाता है।
वर्ष में करीब 40 से 50 मामले
वर्षभर में सास-बहू की शिकायतों के करीब 40 से 50 मामले आते हैं। मोबाइल फोन पर केवल बहुओं ने ही सास की शिकायतें की हैं, इन स्थितियों में सास का सब्र साफ नजर आता है। सास-बहू के घरेलू झगड़ों की ज्यादातर शिकायतों का निस्तारण केवल आपसी समझाइश से ही किया जाता है।
आमतौर पर पुलिस के पास ऐसे मामले आते हैं जो बड़े या गंभीर अपराधों से जुड़े हो। लेकिन, उदयपुर की महिला डेस्क पर छेड़छाड़, मोबाइल क्राइम या पति के अत्याचार के मसलों के अलावा कुछ ऐसे मामले पहुंच रहे हैं जो बेहद रोचक हैं।
यहां झुक जाता है शर्म से सिर मोबाइल पर परेशान करने के मामलों की संख्या जरूर ज्यादा है। महिलाएं व युवतियां ऐसे मामले हैल्प डेस्क तक दे रही है, जिसमें कोई पुरुष, युवा उन्हें मोबाइल पर परेशान या छेड़छाड़ कर रहा है। ऐसे मामले साल में 600 से अधिक आ रहे हैं। इसे लेकर हैल्प डेस्क तत्काल संबंधित थाना पुलिस को मामला सौंपता है और त्वरित कार्रवाई की जाती है। पति द्वारा परेशान करने, मारपीट या एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर्स को लेकर भी औसतन दिन की तीन शिकायतें सामने आ रही हैं।
अक्सर यह देखा गया है कि बड़ी उम्र की महिलाओं का सब्र बढ़ जाता है, वे रिश्तों को अनुकूल बनाए रखने में विश्वास रखती हैं। छोटी उम्र की महिलाओं में अनुभव कम होता है, शादी के बाद सास-बहू का सामंजस्य घरेलू झगड़ों को रोकता है। परिवार बनाए रखने के लिए समन्वय जरूरी है।
मोनिका नागौरी, व्यााख्याता, समाजशास्त्र
मोनिका नागौरी, व्यााख्याता, समाजशास्त्र