अब ड्यूटी से नहीं होंगे गायब
चुनाव के दौरान जिले व बाहर से आने वाली फोर्स को ड्यूटी प्वाइंट की तैनातगी के लिए अब रॉल कॉल या किसी अधिकारी के आदेश का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। एसपी के निर्देशन में एएसपी पारस जैन व सॉफ्टवेयर इंजीनियर मानस त्रिवेदी ने ‘इंतजाम’ नाम का सोफ्वेयर बनाया है। इसमें चुनाव में लगने वाली चार से पांच हजार फोर्स को एक एसएमएस के जरिए ड्यूटी प्वाइंट बताया जाएगा। उसमें मुख्य ड्यूटी कहां व किस प्वाइंट पर है इसकी जानकारी होगी।
चुनाव के दौरान जिले व बाहर से आने वाली फोर्स को ड्यूटी प्वाइंट की तैनातगी के लिए अब रॉल कॉल या किसी अधिकारी के आदेश का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। एसपी के निर्देशन में एएसपी पारस जैन व सॉफ्टवेयर इंजीनियर मानस त्रिवेदी ने ‘इंतजाम’ नाम का सोफ्वेयर बनाया है। इसमें चुनाव में लगने वाली चार से पांच हजार फोर्स को एक एसएमएस के जरिए ड्यूटी प्वाइंट बताया जाएगा। उसमें मुख्य ड्यूटी कहां व किस प्वाइंट पर है इसकी जानकारी होगी।
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पहले सौ से दो सौ पेज का एक आदेश निकलता था, जो कार्मिक तक नहीं पहुंच पाता था। अब सीधा एसपी का सम्पर्क कांस्टेबल तक रहेगा। वे उन्हें बता पाएंगें कि ड्यूटी किस प्वाइंट पर है और उनके तीन सुपरवाइजरी ऑफिसर कौन है। जिससे उनको ड्यूटी करने व लोकेशन जानने या कोई भी समस्या है तो वह अपने तीन अधिकारियों से सम्पर्क कर सकेंगे। यह व्यवस्था चुनाव के बाद भी सुचारू रहने से गश्त व चुनाव से ड्यूटी से गायब होने वाले बच नहीं पाएंगे।
पहले सौ से दो सौ पेज का एक आदेश निकलता था, जो कार्मिक तक नहीं पहुंच पाता था। अब सीधा एसपी का सम्पर्क कांस्टेबल तक रहेगा। वे उन्हें बता पाएंगें कि ड्यूटी किस प्वाइंट पर है और उनके तीन सुपरवाइजरी ऑफिसर कौन है। जिससे उनको ड्यूटी करने व लोकेशन जानने या कोई भी समस्या है तो वह अपने तीन अधिकारियों से सम्पर्क कर सकेंगे। यह व्यवस्था चुनाव के बाद भी सुचारू रहने से गश्त व चुनाव से ड्यूटी से गायब होने वाले बच नहीं पाएंगे।
पर्यटकों के लिए छपवाए हेल्प कार्ड
पुलिस ने लपकागिरी रोकने व पर्यटकों की समस्या के समाधान के लिए पुलिस अधिकारियों के नाम- नम्बर लिखे हिन्दी अंगे्रजी में पर्यटक कार्ड छपवाए है। ये कार्ड ट्यूरिस्ट के एन्ट्री प्वाइंट एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व बस स्टैशन पर लगे कियोस्क से बांटे जाएंंगे। पर्यटक कार्ड के जरिए वे कोई भी समस्या होने पर व्हाटस-अप, फेसबुक या अन्य के माध्यम से उदयपुर पुलिस से सम्पर्क कर सकेंगे।
पुलिस ने लपकागिरी रोकने व पर्यटकों की समस्या के समाधान के लिए पुलिस अधिकारियों के नाम- नम्बर लिखे हिन्दी अंगे्रजी में पर्यटक कार्ड छपवाए है। ये कार्ड ट्यूरिस्ट के एन्ट्री प्वाइंट एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व बस स्टैशन पर लगे कियोस्क से बांटे जाएंंगे। पर्यटक कार्ड के जरिए वे कोई भी समस्या होने पर व्हाटस-अप, फेसबुक या अन्य के माध्यम से उदयपुर पुलिस से सम्पर्क कर सकेंगे।
यह होगा फायदा
प्रतिवर्ष अक्टूबर से मार्च के बीच उदयपुर में देशी व विदेशी करीब 10 से 15 लाख पर्यटक आते हैं। कमीशन के फेर में परेशान करने वाले लपकों की धरपकड़ हो पाएगी। होटल या गेस्ट हाउस में होने वाली घटना-दुर्घटना की जानकारी पुलिस को जल्द मिलेगी। पुलिस में शिकायत होने के भय से दुकानदार व अन्य ठगी व धोखाधड़ी करने से पहले कई बार सोचेंगे।
प्रतिवर्ष अक्टूबर से मार्च के बीच उदयपुर में देशी व विदेशी करीब 10 से 15 लाख पर्यटक आते हैं। कमीशन के फेर में परेशान करने वाले लपकों की धरपकड़ हो पाएगी। होटल या गेस्ट हाउस में होने वाली घटना-दुर्घटना की जानकारी पुलिस को जल्द मिलेगी। पुलिस में शिकायत होने के भय से दुकानदार व अन्य ठगी व धोखाधड़ी करने से पहले कई बार सोचेंगे।
गड़बड़ हो तो दें व्हाट्सअप पर सूचना
उदयपुर जिले की जनता की किसी भी समस्या के निदान के लिए पुलिस ने व्हाट्स-अप हेल्पलाइन नम्बर को सार्वजनिक किया है। यह नम्बर सीधा एसपी कार्यालय की देखरेख में होगा। इसे पूरी तरह से एसपी कुंवर राष्ट्रदीप व एएसपी पारस जैन देखेंगे। इस नम्बर पर वीडियो या फोटो भेजने पर पुलिस उसे देखते ही तुरंत कार्रवाई करेगी तथा उसे कार्रवाई के दौरान साक्ष्य में भी काम में लेगी। हर समस्या का पुलिस शीघ्र ही एक ही दिन में निराकरण करेगी।
यह होगा फायदा
यातायात, पार्किंग समस्या, समाजकंटकों का जमावड़ा, घटना-दुर्घटना की जानकारी, देर रात तक शराब की दुकानें खुले रहने की समस्या, नशेडिय़ों व शराबियों के अड्डों का खुलासा, पुलिस की कार्यप्रणाली व व्यवहार की पोल खुलेगी और त्वरित कार्रवाई होगी।
यातायात, पार्किंग समस्या, समाजकंटकों का जमावड़ा, घटना-दुर्घटना की जानकारी, देर रात तक शराब की दुकानें खुले रहने की समस्या, नशेडिय़ों व शराबियों के अड्डों का खुलासा, पुलिस की कार्यप्रणाली व व्यवहार की पोल खुलेगी और त्वरित कार्रवाई होगी।