केस-2 25 जुलाई को रोडवेज बस थोबावाड़ा- रणघाटी में ब्रेक फेल होने से पलट गई। शुक्र यह रहा कि इस हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। केस-3 23 जून को पई घाटे से गुजर रही बस कबानी टूटी होने से एक बाइक सवार को छू गई। इसके बाद मोटरसाइकिल चालक ने बस चालक के साथ मारपीट की।
————– Udaipur Roadways Accident : Roadways Parts shortage धीरेंद्र् कुमार जोशी/उदयपुर . रोडवेज ( Roadways ) में पिछले कई माह से जरूरत के मुताबिक कलपुर्जे ( Parts ) नहीं मिल पा रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि बसें मार्ग में कहीं भी धोखा दे देती हैं और समय पर रखरखाव नहीं होने से हादसे भी बढ़ रहे हैं। एेसे में यात्रियों के साथ ही रोडवेज ( Roadways ) कर्मचारियों की जान भी खतरे में है।रोडवेज सूत्रों के अनुसार बसों का रखरखाव समय पर और सही तरीके से नहीं होने से आए दिन बसें मार्ग में खड़ी हो जाती है जिससे यात्रियों को उतारकर अन्य वाहनों में शिफ्ट करना पड़ता है। कई बार बसें एेसी जगह पर खराब होती है, जहां अन्य बसों की आवाजाही लंबे अंतराल में होती हैं। एेसे में यात्रियों के साथ ही रोडवेज कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पाट्र्स की कमी से हो रहे हादसे रोडवेज ( Roadways ) की ओर से बसों के महत्वपूर्ण पाट्र्स ( Parts ) समय पर उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं। इससे दुर्घटनाएं बढ़ रही है। इधर कर्मचारियों की भी काफी कमी है। सरकार को नई भर्ती कर इसे पूरा किया जाना चाहिए।
– मोतीलाल शर्मा, शाखा अध्यक्ष, भारतीय मजदूर संघ फेडरेशन खराब हो रही साख वाहनों के कलपुर्जे ( Parts ) नहीं होने से आए दिन वाहन मार्ग में खड़े हो जाते हैं। एेसे में चालक-परिचालकों के साथ अभद्र व्यवहार होता है। सरकार रोडवेज को सभी संसाधन उपलब्ध करवाए जिससे रोडवेज साख खराब नहीं हो। खराब बसों से दुर्घटना होने पर कर्मचारियों पर विभागीय गाज पड़ती है, यह भी गलत है।
– रमेशचंद्र पोरवाल, संयुक्त महामंत्री प्रदेश सेवानिवृत्त कर्मचारी महासंघ। बढ़ी दुर्घटनाएं उदयपुर ( Udaipur ) आगार में गाडि़यों की स्थिति काफी खराब है। ब्रेक रेकिट नहीं है। हैंगर, झूले, कबानी की पत्ते टूटे हुए हैं जिससे गाडि़यां दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं। गत दो माह में दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। रोडवेज प्रबंधन को समय पर पाट्र्स उपलब्ध करवाने चाहिए।
– हीरालाल पालीवाल, शाखा अध्यक्ष, राजस्थान राज्य परिवहन निगम चालक यूनियन