ओला व उबर कैब के चालकों की दादागिरी, परिवहन विभाग ने पकड़ी 52 टैक्सियां
उदयपुरPublished: Nov 25, 2021 08:07:43 am
ओला व उबर कैब के चालकों की दादागिरी, परिवहन विभाग ने पकड़ी 52 टैक्सियां
ओला व उबर कैब के चालकों की दादागिरी, परिवहन विभाग ने पकड़ी 52 टैक्सियां
मोहम्मद इलियास/उदयपुर
ऑनलाइन बुकिंग के बाद यात्रियों से अधिक किराया वसूलने व अभद्रता की लगातार शिकायत मिलने पर परिवहन विभाग ने बुधवार को ओला व उबर कंपनी की टैक्सियों की आकस्मिक छापामार कार्रवाई की। प्रतापनगर व डबोक में हुई धरपकड़ के दौरान 52 टैक्सियां पकड़ में आई लेकिन कई चालक वॉट्स-अप गु्रप पर एक दूसरे को सूचना देकर इधर-उधर भाग निकले। प्रादेशिक परिवहन अधिकारी प्रकाश सिंह राठौड़ ने बताया कि जिला परिवहन अधिकारी डॉ. कल्पना शर्मा के नेतृत्व में 2 उडऩदस्तों ने डबोक व प्रतापनगर रोड पर सघन चैंकिंग अभियान चलाकर डिकॉय ऑपरेशन किया। दोनों टीमों ने 52 टैक्सियों के चालान बनाए।
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बिना फिटनेस, इंशोरेंस के दौड़ रही थी टैैक्सियां, कई शिकायतें
– टैक्सी चालकों की ओर से बिना फिटनेस, बिना इंशोरेंस, बिना पीयूसी के वाहनों का संचालन किया जा रहा था। सडक़ सुरक्षा के मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा था।
– ओला, उबेर चालकों द्वारा अभद्र व्यवहार, अधिक किराया वसूलने एवं बुकिंग के बावजूद टेक्सी लाने से इंकार करने एवं ग्राहकों की बुकिंग निरस्त करने की शिकायतें प्राप्त हो रही थी।
– टैैक्सी चालकों द्वारा किसी भी तरह से सडक़ सुरक्षा के मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा था।
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शिकायत पर भी एक चालक को नहीं किया ब्लेक लिस्टेड
यात्रियों से 125 से 150 प्रतिशत अधिक किराया लिया जा रहा था। कई यात्रियों ने वाहन चालकों के अभद्र व्यवहार की शिकायत भी की गई लेकिन इसके बावजूद ओला, उबर कम्पनी द्वारा यात्रियों की शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। जबकि नियमानुसार अगर कोई यात्री वाहन चालक के खिलाफ शिकायत करता है तो उसे ब्लेक लिस्ट किया जाना आवश्यक होता है लेकिन कंपनी की ओर से आज तक एक भी चालक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
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सेवा में कमी है तो आरटीओ कार्यालय में दो सूचना
ओला,उबर चालकों द्वारा यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने व अभद्रता की कंपनी को शिकायतें की थी। शिकायतों पर भी कंपनी ने ध्यान नहीं दिया। आरटीओ का का कहना है कि मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के नवीन प्रावधानों के अनुसार ऐसे प्रत्येक प्रकरण में संबंधित कंपनी के विरुद्ध एक लाख रुपए का जुर्माना तथा लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई का प्रावधान है। संबंधित के विरुद्ध जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। जिन यात्रियों ने ओला,उबेर कम्पनियों के खिलाफ कोई शिकायत कर रखी है और कम्पनी द्वारा सुनवाई नहीं की गई है तो वे आरटीओ कार्यालय में सूचना दे सकते है।
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कई तरह की आई पकड़ में गड़बडिय़ां
– एक यात्री से ओला/उबेर चालक ने डबोक से लखावली तक का 800 रूपए का किराया वसूला जो निर्धारित किलोमीटर दर से कई गुना ज्यादा था।
– एक महिला यात्री से टैक्सी चालक ने तय 104 रुपए के किराए के बदले धमकाकर 150 रुपए वसूले। अधिक वसूल किए पैसे भी कंपनी में नहीं जमा करवाए।
– बिना फिटनेस के वाहन चलाकर कई चालक यात्रियों की जान जोखिम में डाल रहे थे।
– एक टैक्सी चालक ने डबोक एयरपोर्ट के लिए बुकिंग के बाद वाहन ले जाने से मना कर दिया। दुगुने पैसे नहीं देने पर बुकिंग निरस्त की करने की धमकी दी।