scriptकोरोना काल में नौकरी का साथ छूटा तो उदयपुर के इस युवा ने ऑर्गेनिक खेती का थामा दामन | Udaipur Youth Switch To Organic Farming In Covid 19 Pandemic | Patrika News

कोरोना काल में नौकरी का साथ छूटा तो उदयपुर के इस युवा ने ऑर्गेनिक खेती का थामा दामन

locationउदयपुरPublished: May 16, 2021 01:23:20 pm

Submitted by:

madhulika singh

– मावली के प्रकाश ने अपनी बंजर पड़ी भूमि को उपजाऊ बना उगाई कई सब्जियां, साबित हो रहीं मुनाफे का सौदा

prakash.jpg

,,

उदयपुर. कोरोना काल में मुसीबतों और समस्याओं का चोली-दामन का साथ है। दो साल से लगातार जहां कोरोना के कारण लोग अपनी जिंदगियां तक खो चुके हैं तो कई ऐसे हैं जो इस दौर में अपनी नौकरियां व कमाई का जरिया गंवा चुके हैं। लेकिन, ऐसे हालातों में भी हार नहीं मानना ही सबसे बड़ी चुनौती है। उदयपुर के भी ऐसे ही एक युवा हैं जिनका मुश्किल हालातों में जब नौकरी का साथ छूटा तो खेती का दामन थामा। उन्होंने बंजर पड़ी जमीन को फिर से उपजाऊ बनाया और आज उसी से कमाई का रास्ता निकाल लिया है।
organic_farming.jpg
कई चुनौतियों का सामना कर के पाई मंजिल

मावली तहसील के सांगवा गांव के निवासी प्रकाश डांगी पहले उदयपुर में सरस डेयरी में काम करते थे। लेकिन, पिछले साल लॉकडाउन के दौरान हालात कुछ ऐसे बने कि नौकरी का साथ छूट गया। ऐसे में उनके पास दो विकल्प थे, या तो वो परिस्थितियों से हार मान कर बैठ जाते या फिर मुश्किलों का सामना करने के लिए उठ खड़े होते। प्रकाश ने दूसरा विकल्प चुना और ऑर्गेनिक खेती करने का ठाना। प्रकाश ने बताया कि इस फैसले में उन्हें कई चुनौतियां का सामना करना पड़ा क्योंकि जमीन बहुत ही वर्षों से बंजर पड़ी थी। पानी और बिजली की भी व्यवस्था नहीं थी परंतु दृढ़ निश्चय के चलते वे रात-दिन इस जमीन को सुधारने में लग गए। जमीन की हालत सुधरी तो 3 बीघा में तरोई, भिंडी, ग्वारफली, लौकी की सब्जी लगाई। अब ये सब्जियां ही मुनाफे का सौदा साबित हो रही हैं। सब्जियों के साथ फ ार्म पर 4 गिर किस्म की गाय भी है जिनका खाद फ ार्म पर ही काम लिया जाता है। आने वाले बारिश में वे देसी गुलाब की खेती करने वाले हैं जिसकी बाजार मांग बहुत है। प्रकाश ने बताया कि दरअसल, कोरोना के बाद से लोग खाने-पीने को लेकर बहुत सचेत हो रखे हैं। साथ ही ऑर्गेनिक फल-सब्जियों के प्रति रूझान बढ़ा है। ऐसे में यही सब देखते हुए और अपने पिता के मार्गदर्शन में उन्होंने ये खेती शुरू की। वे कहते हैं, अगर नकारात्मकता में भी सकारात्मक सोच बनाकर रखी जाए तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। ये कोरोना काल भी ऐसा ही है जिसमें हमें ही अवसर ढूंढने होंगे।
khet.jpg
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो