बार अध्यक्ष नागदा, सचिव पालीवाल, वित्त सचिव उदयसिंह देवड़ा, पुस्तकालय सचिव अनीता गोस्वामी, प्रवक्ता पालीवाल के नेतृत्व में संगठन प्रतिनिधियों ने न्यायाधीश व्यास से महिला अधिवक्ताओं के लिए कॉमन रूम, बंद पड़ी केंटिन को शुरू कराने, ई-लाइब्रेरी के सामने खुली छत पर कॉफी कैफे शुरू कराने की मांग की। इस पर न्यायाधीश व्यास ने उन्हें मामले में उचित सहयोग का आश्वासन दिया।
बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के सदस्य रतनसिंह राव, पूर्व बार अध्यक्ष खण्डेलवाल, बार अध्यक्ष नागदा, वित्त सचिव देवड़ा, लाइब्रेरी सचिव अनीता गोस्वामी, सहवृत्त सदस्य सुंदरलाल मांडावत, गजेंद्र नाहर, महेंद्र ओझा, मीरा पोरवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने अतिथियों का उपरना पहनाकर स्वागत किया। साथ ही प्रतीक चिह्न भी भेंट किए। बार के सदस्य रहे विजय डांगी के मध्यप्रदेश में अपर लोक अभियोजक पर चयनित होने को लेकर संगठन ने उनका अभिनंदन किया।
इससे पहले न्यायाधीश व्यास एसआईईआरटी में विधिक सेवा सप्ताह समारोह में बतौर अतिथि शमिल हुए। कार्यक्रम में डीजे कच्छावा,एडीजे अनुपमा राजीव बिजलानी, एडीएम छोगाराम देवासी, एएसपी अशोक कुमार मीणा आदि बतौर अतिथि मौजूद थे। अतिथियों ने महिला कानून एवं अधिकार पुस्तक का विमोचन किया। प्रमोद बंसल ने धन्यवाद दिया। बाल विवाह, कन्या भू्रण हत्या, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का संदेश देने वाली आलोक स्कूल, गुरुनानक पब्लिक स्कूल, देवाली राजकीय विद्यालय एवं भारत-स्काउट गाइड के विद्यार्थियों की रैली को न्यायाधीश व्यास ने रैली दिखाई।