video...वागड़ की माँडल बेटी बोली, बेटियाँ….
पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम की जिला ब्रांड अंबेसडर नियुक्त
उदयपुर
Published: February 27, 2022 10:36:48 am
मॉडलिंग के क्षेत्र में कई मुकाम हासिल कर चुकी आदिवासी अंचल के छोटे से गांव की बेटी डॉ दिव्यानी कटारा ने अपनी मेहनत और लगन से इस बात को साबित किया है कि लड़कियां लड़कों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है बस जरूरत है तो उन्हें आगे बढ़ाने एवं समान अवसर देने की है। यूथ आईकॉन डॉ दिव्यानी कटारा को जिला कलेक्टर मीणा ने आज स्वास्थ्य विभाग के पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम की जिला ब्रांड अंबेसडर नियुक्त किया। इस मौके पर कलेक्टर मीणा ने कहा कि बेटियां आज लगभग सभी क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। वह बात और थी जब पहले बेटियों की जिंदगी घर की चारदीवारी में बंद चूल्हे चौके तक सीमित थी अब लड़कियां हर क्षेत्र में न सिर्फ हाथ आजमा रही हैं बल्कि उसमें अव्वल दर्जा भी हासिल कर रही हैं। इसलिए जरूरत है तो बस बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलने की है।
मॉडलिंग के क्षेत्र में 18 से अधिक नेशनल एवं इंटरनेशनल अवार्ड जीत चुकी दिव्यानी कटारा पहली ऐसी आदिवासी मॉडल है जिन्हें हाल ही में नेताजी सुभाष चंद्र बोस पीस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
इसके अलावा कटारा को संभागीय आयुक्त द्वारा आदिवासी क्षेत्र में संचालित वन धन योजना के तहत आदिवासी लोगों द्वारा वनोपज से तैयार उत्पादों की मार्केटिंग हेतु भी ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है।
पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम की ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने पर दिव्यानी कटारा ने जिला कलेक्टर का आभार जताते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है की कलेक्टर महोदय ने मुझे मौका दिया है कि मै समाज में बेटियों को बचाने के लिए अपना योगदान दे सकू। उन्होंने कहा की कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए हम सभी को आगे आकर संगठित प्रयास करने होंगे।
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इस मौके पर "सेव द गर्ल चाइल्ड" थीम को लेकर हस्ताक्षर अभियान की भी शुरुआत की गई। कार्यक्रम में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा संचालित मुखबिर योजना के पोस्टर का विमोचन भी किया गया।
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भ्रूण परीक्षण निषेध अधिनियम के अंतर्गत आज जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में जिले में संचालित सोनोग्राफी केंद्रों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राघवेंद्र राय, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल, आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य मौजूद रहे।
बैठक में जिला कलेक्टर श्री ताराचंद मीणा ने घटते लिंगानुपात पर चिंता जताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की बजाय शहरी क्षेत्र में लोगो के शिक्षित होने के बावजूद भी यहाँ का लिंगानुपात कम होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य यही है की घटते लिंगानुपात को किस तरह रोका जाए एवं इसे बढ़ाने के लिए किन ठोस उपायों को अमल में लाया जाए।
उन्होंने कहा कि समाज में यह मानसिकता है कि लड़की पैदा होने पर निराशा का भाव चेहरे पर आ जाते है। ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें समाज मे लड़कियों के जन्म के प्रति मानसिकता को बदलना होगा और इस हेतु मिलकर प्रयास करने होंगे।
बैठक में सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने सभी सोनोग्राफी केंद्र संचालकों से कहा कि यदि कोई आपके केंद्र पर परीक्षण करवाने संबंधित पूछताछ करता है तो इसकी सूचना व्हाट्सएप नंबर 97999 97795 अथवा सीएमएचओ कार्यालय को देवें जिससे उसे ट्रैक कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा सके।
उन्होंने कहा कि कोई भी सोनोग्राफी केंद्र परीक्षण जैसी गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल ना होवे। इस हेतु जिले में डीकोय आपरेशन भी किये जायेंगे।

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