राजस्थान की दक्षिण पूर्वी मेंवाड अंचल में उदयपुर से इन्दौर स्टेट हाइवे मार्ग पर गोमती तट लूणदा स्थित केरेश्वर महादेव में तीन दिवसीय मेला शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ जो दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रहा। वैशाखी पूर्णिमा होने से आज मुख्य मेला भरा । इस अवसर पर केरेश्वर महादेव मंदिर में भोलेनाथ के शिवलिंग एंव गर्भग्रह को विशेष रूप से आंगी कर सजाया गया साथ सत्यनारायण भगवान की प्रतिमा पर विशेष रूप से पूजा अर्चना की गई एंव रात्रि में महाआरती का कार्यक्रम भी आयोजन किया गया । एंव भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्तों का दिनभर लंबी लंबी कतारों में तांता लगा रहा है साथ ही गोमती तट स्थित शिवधाम के सामने बने केसरियानाथ जी (काका बाबा) जी के मन्दिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा ।
मेले को लेकर रविवार रात्रि में ही आस पास गांवों के लसाडिया,कूण,देवलिया,कूण, बलीचा,कालीभींत, मगरी फलां, सेठवाना, जसवन्तपुरा, धाकड़ों का खेड़ा आदि गांवों से मेलार्थी पहुंचे। आदिवासी अंचल के लोगों द्वारा अपने पितरों की अस्थियों को विसर्जित कर क्रियाकर्म किया गया। साथ ही अगल समूह के रूप दाल-बाटी चूरमा के प्रसाद बनाकर भोग लगाने परम्परा को भी निभाई गई। इस पूरी रात भर भी मेले की पूरी तरह से रंगत रही ।
ग्राम पंचायत लूणदा व केरेश्वर विकास समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित में जल की सुविधा के लिए पानी के टेंकरों,बिजली की सूविधा के लिए पंचायत की और करवाई गयी। इस दौरान बिजली विभाग,चिकित्सा विभाग सहित लूणदा सरपंच नारायण लाल मीणा,ग्राम विकास अधिकारी शोभागसिंह राजपुत, सहायक सचिव दशरथ धाकड़, सहित सुरक्षा व्यवस्था के लिए कानोड थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह देवल के नेतृत्व में महिला कांस्टेबल सहित पुलिस लाईन से जवान मुस्तैद रहे।