सुखेर थाना पुलिस ने ट्रैक्टर चोरी के मामले में भीलवाड़ा
bhilwara निवासी सीताराम व अन्य चालक को पकड़ा था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही से सुखेर, गोवद्र्धनविलास व भूपालपुरा थानाक्षेत्र से चुराए पांच ट्रैक्टर- ट्रॉलियां बरामद की। पूछताछ में पुलिस ने मुख्य आरोपी पंकज पण्ड्या को नामजद भी किया। पंकज पण्ड्या अभी फरार है, उसके पकड़ में आने पर कई वारदातें खुलने की संभावना है।
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वाहन चोरी सहित 31 मामले दर्ज पुलिस ने बताया कि पंकज के विरुद्ध वाहन चोरी Vehicle Theft , एनडीपीएस एक्ट, हत्या, जानलेवा हमला सहित 31 प्रकरण दर्ज है। पूर्व में यह डूंगरपुर में फाइनेंस का काम करता था। सराड़ा के आदतन अपराधी सज्जाद सराड़ी से अनबन होने पर उसने एक टै्रक्सी चालक की ऋषभदेव में हत्या कर सराड़ी को फंसाने के लिए उसके घर के बाहर गाड़ी व शव रखकर फरार हो गया था। पुलिस ने जांच के बाद पंकज पण्ड्या को गिरफ्तार किया था। इस वारदात के बाद आरोपी शातिर वाहन चोर पुनीत सिंह व विक्रम के साथ वारदाते करने लगे। कई वारदातें उसने नई युवाओं के साथ मिलकर की। पूर्व में सुखेर थाना पुलिस पण्ड्या व उसके साथियों को पकड़ते हुए बाइक व चारपहिया वाहन बरामद किए। उसके बाद अम्बामाता थाना पुलिस इसी गैंग 17 गाडिय़ों पकड़ी, इनमें एक सीआई की जीप भी शामिल थी। इन वारदातों के बाद पंकज जेल से अंदर-बाहर आने जाने के दौरान हर बार नई गैंग तैयार कर तस्करों व बड़े चोरों के लिए बोलेरो, कार व ट्रैक्टर चुराने लगा। छह माह से अभी वह लगातार नई युवाओं के साथ मिलकर ट्रैक्टर चुरा रहा था।
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गांव के रास्ते भीलवाड़ा, वहां से हरियाणा आरोपी इतना शातिर है कि ट्रैक्टर चोरी के लिए उसने संभाग के नए युवाओं के साथ गैंग बनाई। उसके बाद छह माह में वह उदयपुर से करीब 10 से 12 टै्रक्टर चुरा ले गया। चोरी से पूर्व पंकज खुद बाइक पर अलग-अलग इलाकों में रैकी करता था, उसके बाद सहयोगियों को बाहर निकलने का रास्ता बताता था। टै्रक्टर पार होते ही उसे गांव के रास्ते से भीलवाड़ा पहुंचाकर वह उनमें लगे ट्रॉलियां व टैंकर को अलग कर वहीं बेच देता था। टै्रक्टर को वह भीलवाड़ा से ही बंद कंटेनर में हरियाणा तक बड़े चोरों तक पहुंचा रहा था। अब तक उसने कई टै्रक्टर हरियाणा तक पहुंचाए, जिसकी जांच के लिए एक टीम वहां रवाना हुई है।