अंदरूनी शहर में हाथीपोल, घंटाघर, जगदीश चौक, भट्टियानी चौहट्टा सहित अन्य इलाकों में लोग परिवार सहित छतों पर नजर आए। पतंगबाजी के दौरान साउंड सिस्टम पर गंूजती स्वर लहरियों के बीच ‘वो काटा…वो मारा..Ó आवाजें गूंजती रही।
इधर, कई शौकिया पतंगबाजों सहित अब्दुल मलिक स्मृति इन्टरनेशनल काइट क्लब ने फतहसागर पेटे में रानी रोड छोर पर रंग-बिरंगी पतंगों से आकाश पाट दिया। मनोच आंचलिया ने बताया कि इस दौरान पानी बचाओ-बेटी बचाओ, स्वच्छ भारत, पर्यावरण संरक्षण, १०० फीट का सांप, ऑक्टोपस, व्हाइट टाइगर, गजराज, किंग फिशर व २०० पतंगों की ट्रेन उड़ाई।
इनके अलावा अंतरराष्ट्रीय पतंगबाज सुहेल अहमद, दानिश, सारा मलिक और लेकसिटी काइट क्लब के अब्दुल कादिर सहित अन्य सदस्यों ने वल्र्ड कप जीतेगा इंडि़या, नरेंद्र मोदी, एक डोर पर १०० पतंगें उड़ाकर न केवल लोगों का मनोरंजन किया बल्कि पुरातन परम्परा का निर्वहन भी किया।