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PATRIKA IMPACT: जूनियर बॉयज हॉस्टल में मारपीट का मामले में मेडिकल कॉलेज ने गठित की जांच कमेटी, VIDEO

locationउदयपुरPublished: Mar 18, 2018 02:04:09 pm

Submitted by:

madhulika singh

उदयपुर . महाविद्यालय में एमबीबीएस विद्यार्थियों के बीच लाठी-भाटा जंग को लेकर प्राचार्य डॉ. डीपी सिंह एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने गहनता से मंथन किया।

MBBS STUDENTS FIGHT CASE RNT MEDICAL COLLEGE UDAIPUR
उदयपुर . रवींद्रनाथ टैगोर राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में एमबीबीएस विद्यार्थियों के बीच लाठी-भाटा जंग को लेकर प्राचार्य डॉ. डीपी सिंह एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने गहनता से मंथन किया। प्रशासनिक स्तर पर मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया, जिसकी जिम्मेदारी रेडियोलॉजिस्ट एवं छात्रावास के मुख्य वार्डन डॉ. एनके करदम के नेतृत्व में डॉ. घनश्याम गुप्ता एवं डॉ. आरएल मीणा को सौंपी गई।

गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात जूनियर एमबीबीएस बॉयज छात्रावास में शराब पार्टी के दौरान युवाओं के गुटों ने एक-दूसरे पर लाठियों, पत्थरों और सरियों से हमला बोल दिया था जिससे तीन छात्रों को गंभीर चोटें आई थी, जबकि 10 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए थे। माहौल बिगडऩे पर पुलिस के पहुंचने पर शराब पार्टी का सच छिपाने के लिए उपद्रवियों ने छात्रावास की बिजली सप्लाई काट दी थी। पुलिस ने उत्पात मचाते हुए पकड़े गए दो विद्यार्थियों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार भी किया था। इसमें झालावाड़ निवासी गुलशन कुमार मीणा और जयपुर निवासी दीपक झारवाल शामिल थे।

छत पर गुजारी रात : छात्रावास में बिगड़े माहौल पर कुछ विद्यार्थियों ने छत पर पहुंचकर दरवाजे की कुंदी बंद कर ली थी। विवाद बढऩे की सूचना पर उन्होंने पूरी रात छत पर बिताई और सुबह रोशनी होने के बाद नीचे उतरे। करीब ढाई घंटे तक विद्युत निगम का दस्ता छात्रावास की सप्लाई बहाल करने में जुटा रहा। एहतियात के तौर पर पुलिस लाइन से जाप्ता देर रात तक छात्रावास के बाहर गश्त पर था।

इन मुद्दों पर रहेगा ध्यान

एमबीबीएस के जूनियर और सीनियर विद्यार्थियों की ओर से राजकीय छात्रावास (जूनियर बॉयज हॉस्टल) के भीतर शराब की पार्टी रखना, नशे में धुत होकर जातिगत आधार पर गुटबाजी करना, सम्मान सिखाने के लिए सीनियर की ओर से जूनियर की रेगिंग लेकर उसे धमकाना और मारपीट करना, शराब की बोतलें फोडकऱ जानलेवा हमले के प्रयास करना, विवाद के बीच ल_, सरियों और पत्थर पर हमले करना जैसे अपराधों को जन्म देने वाले सवालों से जुड़े विषयों पर टीम गहनता से जांच करेगी। कमेटी उसकी रिपोर्ट प्राचार्य एवं नियंत्रक को सौंपेगी, तब कॉलेज काउंसिल की मीटिंग बुलाई जाएगी। प्राचार्य डॉ. सिंह की मानें तो ऐसे मामलों में एक स्तर पर निर्णय नहीं किया जाता है बल्कि सामूहिक निर्णय के आधार पर कार्रवाई की जाती है।
पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि जूनियर और सीनियर विद्यार्थियों के हॉस्टल अलग-अलग हैं। इसके बावजूद तृतीय वर्ष में उत्तीर्ण में हुए विद्यार्थियों ने पार्टी के लिए जूनियर छात्रावास का कमरा नंबर 23 ही चुना गया। मौके पर मौजूद इंटर्नशिप वाले विद्यार्थियों ने उनकी वरिष्ठता का उपयोग करते हुए पहले तो जूनियर्स को सम्मान सिखाने की ठानी। इसके बाद नशे में उन्हें सुधारने और सबक सिखाने के लिए मारपीट की।

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