सीटीआई रमेश कांवटिया ने बताया कि वो सुबह टीम के साथ जयपुर-दिल्ली सरायरोहिल्ला स्पेशल ट्रेन में टिकट जांच कर रहे थे। बस्सी के बाद उन्होंने आरोपित सीकर के खण्डेला निवासी धमेन्द्र पारीक से टिकट मांगा।
इस पर उसने स्वयं को रेलकर्मी होना बताते हुए निजामुद्दीन में मैकेनिकल क्राफ्ट मैन होना बताया। इस दौरान उसने रेलवे में प्रभु के नाम का रेलवे का कार्ड भी दिखाया। इस पर आरोपित से अन्य पहचान-पत्र दिखाने को कहा तो उसने मना कर दिया। इस पर उसे दौसा रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया और आरपीएफ चौकी में गहन पूछताछ की।
इसमें उसने निजामुद्दीन में कार्यरत रेल कर्मचारी से कार्ड लेना बताया तथा गत पांच वर्षों से कार्ड के आधार पर ट्रेनों में नि:शुल्क यात्रा करने की जानकारी दी। इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। सीटीआई ने बताया कि रेलकर्मी द्वारा कार्ड देना गम्भीर मामला है। मुख्यालय को रिपोर्ट भेजकर रेलकर्मी प्रभु के खिलाफ भी कार्रवाई कराई जाएगी।